
धमतरी | विश्व हिन्दू परिषद के आवाहन पर प्रदेश की राजधानी रायपुर के अलावा दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव, जगदलपुर, बस्तर, रायगढ़, जांजगीर, कोरवा, मुंगेली शहर के साथ सभी छोटे बड़े कस्बों में बंद का असर दिखा। लगभग सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रही। सुबह से घूम घूम कर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता व्यापारियों से बंद करने का निवेदन करते रहे। हालांकि उन्हे इसके लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी, लोगों ने स्वयं ही अपना समर्थन देते हुए अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। व्यापारी से लेकर अन्य राजनैतिक दलों ने भी इस बंद को अपना समर्थन दिया। इस बीच कुछ स्थानों पर विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई। राजधानी रायपुर के भाठागांव में बस स्टैंड पर यात्री बस चलने से नाराज प्रदर्शनकारियों ने बसों पर पत्थर फेंककर शीशे तोड़ दिए। इसके बाद यात्री बसों के पहिए थम गए। इससे बस बंद होने से यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इसी क्रम में धमतरी में भी दूकानें, टाकीज, पेट्रोल पंप जैसे कई प्रतिष्ठानें बंद रही। दोपहर एक बजे के आसपास अंबेडकर चौक के पास चक्काजाम किया गया। जिसके कारण घंटे भर तक आवागमन प्रभावित रहा। रायपुर, बालोद, जगदलपुर मार्ग से आने जाने वाले वाहनों को रत्नाबांधा चौक से डायवर्ट किया गया। शनिवार को बिरनपुर में हुए हिंसक मामले को लेकर छत्तीसगढ़ में माहौल गर्म है। विश्व हिन्दूपरिषद द्वारा प्रदेश भर में बंद का आव्हान किया गया। इसी परिप्रेक्ष्य में धमतरी विश्व हिन्दू परिषद द्वारा सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक अलग-अलग वाहनों के माध्यम से विहिप के नेता और भाजपाई नारेबाजी करते हुए शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरे । आंदोलनकारियों ने खुले शटर वाले दुकानदारों से अनुरोध करते हुए कहा कि शांत शहर के लोगों को मजबूरन यह आंदोलन करना पड़ रहा है। बस स्टेंड, रायपुर रोड और शराब दुकानों में नारेबाजी की गई । जिससे आंदोलनकारियों के पहुंचने से पहले ही शटर धड़ाधड़ गिरने लगे। हालांकि कुछ दुकानदार उनके आगे बढ़ते ही दुकानों के शटर उठा दिये। दोपहर तक रामबाग से लेकर घड़ी चौक तक तथा रत्नाबांधा चौक, अंबेडकर , चौक, बठेना चौक तक अधिकांश दुकानों के बंद रहने के कारण सन्नाटा जैसा माहौल भी रहा ।
सरकारी दफ्तरों एवं बैंकों में बंद का असर नहीं,मेडिकल, अस्पताल, सब्जी पसरा खुले रहे
इस दौरान कपड़ा, होटल, किराना, आटोमोबाईल, पेट्रोल पंप, शराब दुकानें, जनरल स्टोर्स, टाकीज बंद रहे । जबकि मेडिकल, अस्पताल, सब्जी पसरा खुले रहे । आवाजाही करने वाले लोगों को कोई दिक्कतें नहीं हुई । पेट्रोल पंप बंद रहने के कारण पेट्रोल के लिए लोग भटकते दिखे। सरकारी सभी दफ्तरें एवं बैंकों में बंद का कोई असर नहीं रहा। धमतरी बंद के दौरान आंदोलनकारियों ने अंबेडकर चौक में दोपहर एक बजे से चक्काजाम कर दिया। इस चक्काजाम के चलते दो पहिया वाहनों को छोड़कर बड़े वाहनों में चलने वाले लोगों को काफी दिक्कतें हुई। ।
पुलिस की रही चाकचौबंद व्यवस्था
अंबेडकर चौक में वाहनों की भीड़ न बढ़े, लोगों को परेशानी न हो इसलिए रत्नाबांधा चौक के पास बेरीकेट्स लगाकर वाहनों को रत्नाबांधा चौक से मुजगहन की ओर डायवर्ट किया गया। ये वाहनें मुजगहन से लोहरसी होते हुए सीधे बायपास मार्ग से गंतव्य के लिए रवाना हो गये । धमतरी बंद के दौरान शहर के सभी चौक चौराहों में पुलिस बल तैनात किये गये थे। इस दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई
आंदोलन में भाजपा जिलाध्यक्ष शशी पवार, रामू रोहरा, विहिप अध्यक्ष संदीप अग्रवाल, अरविंदर मुंडी, कविन्द्र जैन, महेन्द्र खंडेलवाल, विजय साहू, हरिवंश साहू, विजय ठाकुर, उमेश साहू, कोमल सार्वा, भगत साहू, महेन्द्र पंडित, डीपेन्द्र साहू, संजय जेठवानी, ऋषभ देवांगन, नम्रता पवार, सरोज देवांगन, वेदराम मारकंडे, आमना सोना, बिथिका विश्वास, अमित अग्रवाल, डाकेश्वर साहू, हेमराज सोनी, ज्ञानिकराम रामटेके, लीलाराम वैद्य, सूरज शर्मा, अवनेन्द्र साहू, भागवत साहू, लक्ष्मण पहलवान, हेमंत चंद्राकर, चंद्रकला पटेल, पवन गजपाल, नरेन्द्र रोहरा, रोहितास मिश्रा, दमयंती गजेन्द्र, अविनाश दुबे, कमल हिरवानी, प्रकाश सिन्हा, देवेश अग्रवाल, पीयूष पारख, प्रिंस जैन समेत अन्य लोग शामिल रहे ।