तीन बाण धारी श्याम बाबा की, आधय महालक्ष्मी, सालासर बालाजी, की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में प्रतिष्ठित होने वाली मूर्तियों का चौथे दिन घृताधिवास अभिषेक

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धमतरी | तीन बाण धारी श्याम बाबा की, आधय महालक्ष्मी, सालासर बालाजी, की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में प्रतिष्ठित होने वाली मूर्तियों का चौथे दिन घृताधिवास अभिषेक के तहत पात्र में मूर्तियों को रखकर उसमें पूरा ऊपर तक घी भर कर पूजा-अर्चना हुई और रात भर भगवान को उसी पात्र में रखा गया, जजमान अजय गोयल, सुरेश गोयल ;विमल अग्रवाल, मोती लुनिया , विजय असरानी, अभिषेक गोयल, थे |
सुबह 9:00 बजे से लेकर 12:00 बजे तक पूरी विधि विधान से वृंदावन से आए विद्वान पंडितों द्वारा पूजा-अर्चना कराकर , आरती की गई और प्रसाद बांटा गया |
अत्यंत विद्वान आचार्य श्रीकांत त्रिपाठी एवं उनकी सुपुत्री शीघ्रता त्रिपाठी 3:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक प्रहलाद चरित्र एवं वामन अवतार पर अत्यंत सारगर्भित प्रसंग सुनाया, प्रसंग सुनकर सभी श्रोता आनंदित हुए, वृंदावन से आए कलाकारों के द्वारा बहुत ही सुंदर काली माई की झांकी तैयार की गई थी।

पंडित श्रीकांत त्रिपाठी ने कहा कि भागवत कथा सुनना और भगवान को अपने मन में बसाने से व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन आता है। भगवान हमेशा अपने भक्त को पाना चाहता है। जितना भक्त भगवान के बिना अधूरा है, उतना ही अधूरा भगवान भी भक्त के बिना है। भगवान ज्ञानी को नही अपितु भक्त को दर्शन देते हैं और सच्चे मन से ही भगवान प्राप्त होते हैं।
महाराज जी ने आगे बताया कि भगवान विष्णु की भक्ति में प्रह्लाद लीन रहते थे। उनके पिता हिरण्य-कश्यप भगवान विष्णु को अपना शत्रु मानता था। पुत्र को भगवान विष्णु की भक्ति करते देख उन्होंने उसे ही जान से मारने की ठान ली। प्रभु पर सच्ची निष्ठा और आस्था की वजह से हिरण्य-कश्यप प्रह्लाद का कुछ भी अनिष्ट नहीं कर पाए। वामन अवतार के रूप में भगवान विष्णु ने राजा बलि को यह शिक्षा दी कि दंभ और अंहकार से जीवन में कुछ भी हासिल नहीं होता। यह धन संपदा क्षणभंगुर होती है। इसलिए जीवन में परोपकार करो।
रात्रि 8:00 बजे से रेशमी शर्मा जयपुर वाले ने अपने मधुर कंठ से भजन संध्या में भजनों की ऐसी बरसात की आचार्य श्रीकांत त्रिपाठी भी भक्त जनों के बीच में आकर थिरकने लगे ,और सभी भक्तजन इस बरसात में भीगे |

श्री श्याम मंदिर चैरिटेबल ट्रस्ट धमतरी के सचिव सीए सुरेश ने भागवत की महिमा को बताते हुए कहा कि भागवत केवल पुराण नहीं महापुराण है ,इसके श्रवण मात्र से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं साथ ही बताया कि कल कृष्ण जन्म उत्सव है और सभी से अधिक से अधिक संख्या में आगे आने का आग्रह किया |

श्री मंदिर चैरिटेबल ट्रस्ट के संरक्षक नानक चंद अग्रवाल ने कहा कि हम सब ने बाबा की प्राण प्रतिष्ठा संबंधित कार्य को आपस में बांट लिया है और सभी अपना कार्यभार बहुत ही सुंदर ढंग से निभा रहे हैं इसलिए सभी कार्य सुनिश्चित हो रहे हैं |

रामचरण अग्रवाल ,नानक चंद अग्रवाल, अजय गोयल ,बजरंग अग्रवाल ,राजेश शर्मा, जिग्नेश ठक्कर ,मनसुख अग्रवाल, विमल अग्रवाल ,आकाश अग्रवाल, घनश्याम गोयल, शरद अग्रवाल, अनिल अग्रवाल ,हर्षद मेहता ,दयाराम अग्रवाल, रतन लाल अग्रवाल, अमन अग्रवाल ,महिलाओं में ममता अग्रवाल , पायल गोयल, संतोष अग्रवाल, सुशीला गोयल ,ललिता अग्रवाल ,आशा श्रुति ,आशा खंडेलवाल ,ललिता अग्रवाल, स्वर्ण लता गोयल ,सरिता लांट, वर्षा खंडेलवाल, दिव्या अग्रवाल आदि के साथ बहुत अधिक संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे |