
म.सा. के जीवन पर आधारित नाट्य का बच्चों ने किया मंचन, म.सा. के जीवन के विभिन्न आयु अवस्थाओं का किया रुप धारण
महिलाओं द्वारा दी गई गुरु भक्ति की प्रस्तुति, संघ ने की अनुमोदना
धमतरी। एक भवावतारी युगप्रधान आचार्य साम्राट 1008 जयमल जी म.सा. की 315वीं जन्मजयंती पर तीन दिवसीय विभिन्न आयोजन किये जा रहे है। जिसके तहत प्रथम दिन शुक्रवार को पूज्य श्री म.सा. की पेटिंग जो कि रक्षिता चौरडिय़ा ने बनाई है का संघ द्वारा अनावरण किया गया। इसके पश्चात व्याख्यान बाद म.सा. के जीवन आधारित प्रश्नपत्र का वितरण किया गया। महासती डॉ श्री बिंदुप्रभा जी म.सा. सेवाभावी हेमप्रभा श्रीजी म.सा. आदि ठाणा 2 के सानिध्य में प्रतिदिन प्रवचन जारी है। जन्मजयंती के अवसर पर तेले की लड़ी का क्रम जारी है। जिसके तहत वंदना चौरडिय़ा, रिंकु कवाड़, श्वेता बैद, सीमा गोलछा, संगीता गोलछा, सुशीला बरडिय़ा, संगीता लुनिया, किरण नाहर, राखी संकलेचा, हर्ष गोलछा, ऋषभ गोलछा, कमलेश कोटरिया, महेश कोटरिया, दिनेश लोढ़ा, आशीष मिन्नी आदि ने लिया है। आज दूसरे दिन म.सा. पूज्य श्री जयमल जी म.सा. के जीवन पर आधारित नाट्य की प्रस्तुति छोटे-छोटे बच्चों द्वारा दी गई।
जिसमें महिमा बैद, सौरभ बैद, तिथि बैद, माही बैद, ओजस मिन्नी, ओजस्वी मिन्नी, ऋषभ गोलछा, ऋषभ मिन्नी, विहान लोढ़ा, राव्या बैद, सोनू भंसाली, पायल चौरडिय़ा ने म.सा. के जीवन के विभिन्न अवस्थाओं का रुप धारण किया। जिसे सभी ने सराहा। शिखा बैद, रितु चौरडिय़ा, पायल चौरडिय़ा, नमिता चौरडिय़ा, कविता लोढ़ा, संगीता गोलछा, सोनू भंसाली, श्वाति मिन्नी, वंदना चौरडिय़ा ने गुरुभक्ति की प्रस्तुत दी। इस दौरान संघ द्वारा 11 लक्की ड्रा निकाले गए। जिसके लाभार्थी परिवार मदन लाल अविनाशकुमार चौरडिय़ा थे। बच्चों के तप की आराधना जारी है। प्रवचन के पश्चात पूज्य जयमल जी म.सा. पर आधारित प्रश्नपत्र पूछे गए जिसमे काफी लोगो ने हिस्सा लिया। कल 11 सितम्बर रविवार को तेले तप करने वालों का अभिनंदन समारोह व 2.30 बजे से 3.30 बजे तक जयजाप होंगे। समस्त कार्यक्रम सिहावा चौक स्थित जैन स्थानक भवन में आयोजित हो रहा है। कल राजिम व फिंगेश्वर का संघ पहुंचा था आज नागोर व जोतपुर से संघ पहुंचा है। बाहर से आए अतिथियों के सेवा सत्कार के लाभार्थी परिवार स्वरुप चंद मुकेश कुमार, दिनेश कुमार बैद परिवार व बाहर से आए अतिथियों का अभिनंदन श्री वर्धंमान जैन स्थानकवासी संघ द्वारा किया गया है। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती वंदना चौरडिय़ा द्वारा किया गया।