विकास शुल्क का मुद्दा केवल और केवल राजनीति के सिवा कुछ नहीं है – कांग्रेस पार्षद

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धमतरी | कांग्रेस पार्षद दल के प्रवक्ता सोमेश मेश्राम ने बताया कि विकास शुल्क के मुद्दा पर केवल राजनीति कर रही है भारतीय जनता पार्टी के पार्षद और नेता वर्तमान नगर परिषद को बदनाम करना चाहती हैं इसके सिवा कुछ नहीं है इन्हें यदि लोगों को सच बताना है तो बताएं कि नगर निगम 2015 से विकास शुल्क की वसूली कर रही है और इसी दर पर कर रही है लेकिन झूठ बोलने शहर के लोगों को भ्रम में डालने नगर निगम में बेवजह की राजनीति करने का काम भाजपा के पार्षद एवं नेता कर रहे हैं 2015 से 2020 तक इनके द्वारा लगभग ₹10000000 की वसूली विकास शुल्क के नाम से पूर्व में की जा चुकी है जिनका दस्तावेज नगर निगम में उपलब्ध है।
बीजेपी के समय नगर निगम 2015 में विकास शुल्क लेने के लिए अखबारों में विज्ञापन निकाला गया – रूपेश राजपूत
एम आई सी सदस्य रूपेश राजपूत ने बताया कि वर्ष 2015 में विकास शुल्क लेने अखबारों में विज्ञापन निकाला गया जिसकी कॉपी प्रेषित की जा रही है इतना सब होने के बाद भी यह सभी विकास शुल्क के लिए इस प्रकार का शहर का वातावरण दूषित करने के लिए लोगों से बार-बार झूठ बोलकर इस झूठ को सच बनाने का प्रयास कर रहे हैं ।
एम आई सी सदस्य चोवाराम वर्मा ने बताया कि भाजपा का आंदोलन केवल झूठ एवं दिखावा
भारतीय जनता पार्टी के समय से निर्धारित दर से ही वर्तमान में सभी प्रकार के शुल्क लिए जा रहे हैं किसी भी प्रकार की कोई बढ़ोतरी नगर निगम ने आजतक से नहीं की है वर्तमान में नगर निगम बिना किसी भेदभाव के बिना किसी भाई भतीजे वाद के सभी से एक समान व्यवहार कर रही है जो इन्हें पच नहीं रहा है और यह इस प्रकार से भ्रम फैलाकर झूठ बोलकर यहां के वातावरण को खराब कर रहे हैं।
एम आई सी सदस्य कमलेश सोनकर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शासित नगरपालिका के द्वारा 2015 से विकास शुल्क लिया जा रहा है और ₹20 और ₹30 के दर पर ही लिया जा रहा है लगभग ₹10000000 की वसूली इनके द्वारा पूर्व में की जा चुकी है जिसका वर्ष वार विवरण प्रेषित है ।

28 लाख रुपया कहां गया है भाजपा बताएं– दीपक सोनकर
पार्षद दीपक सोनकर ने कहा कि इनके द्वारा 2015-16 से विकास शुल्क लिया जा रहा है लेकिन शहर के लोगों से भाई भतीजावाद किया गया अपने अपने को छोड़कर जो अपरिचित हैं जो भाजपा के कार्यकर्ता नहीं है उनसे ही विकास शुल्क लिया जा रहा था ऐसा ही प्रकरण इनके द्वारा पूर्व में एक माल का ज्ञात हुआ है जिसकी 28 लाख रुपया की विकास शुल्क को नगर निगम में जमा नहीं कराया गया कांग्रेस के पार्षद भारतीय जनता पार्टी से पूछती है कि 28 लाख रुपया कहां गया।
एम आई सी सदस्य राजेश पांडेय ने बताया कि 1 जुलाई 2020 को एमआईसी में यह प्रस्ताव पास किया गया जो भारतीय जनता पार्टी के पूर्व के पदाधिकारियों द्वारा बिना प्रस्ताव पास किए विकास शुल्क लिया जा रहा था उसे नियम से प्रस्ताव पास किया गया पूर्व में नियम विरुद्ध बिना प्रस्ताव पास किए इनके द्वारा वसूली आम लोगों से की जा रही थी ।
विकास शुल्क की राशि से भाजपा के पार्षदों ने अनुशंसा कर अपने-अपने वार्डों में कार्य कराए– राजेश ठाकुर
लोक निर्माण प्रभारी सदस्य राजेश ठाकुर ने बताया की
जो भाजपा के पार्षद इतना आंदोलन करके इस विकास शुल्क का विरोध कर रहे हैं वहीं पार्षद अपने-अपने वार्डों में इस विकास शुल्क की राशि से अपने-अपने वार्डों में कार्य करा रहे हैं कई वार्ड में कार्य पूरा भी हो चुका है क्या यह बात ये शहर के नागरिकों को बताएंगे एक तरफ यह इस प्रकार का दिखावा का आंदोलन कर रहे हैं और दूसरी तरफ उसी राशि का सभी भाजपा पार्षद अपने-अपने वार्डों में खर्च कर रहे ।
इस बात की जानकारी निगम के नेता प्रतिपक्ष और पार्षदों को पूरी तरह से है लेकिन शहर की जनता को भ्रमित करने के लिए झूठ बोल कर यहां के वातावरण को खराब करने के लिए इस प्रकार का प्रॉपेगंडा रचा जा रहा है नेता प्रतिपक्ष जवाब दे कि पूर्व में भाजपा शासित नगर निगम के द्वारा विकास शुल्क लिया जा रहा था या नहीं शहर की जनता को जवाब देना चाहिए ।