पश्चिम बंगाल में हिंसा का खेला, ममता दीदी के राज में रोज हो रही लोकतंत्र की हत्या : प्रीतेश गांधी

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हिंसा, अराजकता, अन्याय, अत्याचार और अनाचार की आग में जल रहा बंगाल : प्रीतेश गांधी

धमतरी | पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम पश्चात भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ हो रहे हिंसात्मक घटनाओं के विरोध में, तृणमूल कांग्रेस पार्टी और पूरे घटनाक्रम में चुप बैठे हुए कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के खिलाफ, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे.पी.नड्डा के मार्गदर्शन एवं राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी धरना प्रदर्शन के तहत प्रीतेश गांधी प्रदेश विशेष आमंत्रित सदस्य भाजपा छत्तीसगढ़ ने हाथ मे तख्ती लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए विरोध प्रकट किया। उन्होंने हिंसा में अपनी जान गंवाने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं व मासूमों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है और घायलों के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।

इस अवसर पर प्रीतेश गांधी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के चुनावी परिणाम घोषित होने के बाद से ही टीएमसी के गुंडे लगातार भाजपा समर्थको और भाजपा के संपत्ति को ध्वस्त करने में लगे हुए है। चुनाव के बाद कि हिंसा सिर्फ खबरों में नही बल्कि कई वीडियो क्लिप ही बिल्कुल साफ कहानियां बयां कर रही है।क्या दीदी ने इसलिए सत्ता में वापसी की है ताकि पूरे बंगाल में उनके खिलाफ कोई बोलने को खड़ा न हो सके?

प्रीतेश गांधी ने इस प्रकार के हिंसा की कड़ी निंदा करते हुए इसमें संलिप्त लोगों पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि ऐसे लोगों को तत्काल फांसी की सजा होनी चाहिए जो लोकतंत्र का मखौल उड़ा रहे हैं। बांग्लादेशियों से घुसपैठ करवाकर तृणमूल कांग्रेस व ममता दीदी प्रदेश में अराजकता फैला रही है और डर का माहौल बना रही है ताकि उनके खिलाफ कोई आवाज न उठा सके। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद जिस प्रकार से हिंसा भड़की है और तृणमूल कांग्रेस के गुर्गे जिस प्रकार अराजकता फैला रहें हैं वह साफ दिखाई दे रहा है। निर्दोष लोगों की हत्या, महिलाओं से बलात्कार और आगजनी व हिंसा लगातार देखने को मिल रहा है। आखिर उनके अंदर इतना साहस कहाँ से आया कि वे एक पार्टी के कार्यालय को जला रहें हैं उसके कार्यकर्ताओं की हत्या व महिला कार्यकर्ता से बलात्कार जैसे घिनौने कृत्य कर रहें हैं। यह सब ममता दीदी के संरक्षण में हो रहा है और बांग्लादेश से आये घुसपैठियों द्वारा हमारे देश मे हिंसा भड़काने का प्रयास किया जा रहा है जिन्हें तत्काल देश से बाहर निकाल फेंकने की जरूरत है।

 

प्रीतेश गांधी ने कहा कि 5 मई को ममता बनर्जी मुख्यमंत्री की शपथ ले रहीं हैं, उनके इस शपथ में कई मासूमों की बलि, महिलाओं से बलात्कार, हिंसा और कई अप्रिय घटनाओं की सेज पर सवार होकर वे शपथ लेंगी जो कि निंदनीय है।जिस प्रकार से पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता हिंसा फैला रहे हैं और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर रहे हैं उसकी जितनी निंदा की जाए वह कम है। अभी से उनके इन दोहरे चेहरे का पर्दाफाश हो रहा है और अगले पांच वर्षों में न जाने बंगाल में और कयने हिंसा होंगे, कितने निर्दोष लोगों की जान जायेगी और कितनी महिलाओं के साथ अत्याचार व अनाचार होगा यह सोचकर ही मन व्यथित हो रहा है।

प्रीतेश गांधी ने कहा कि ऐसा लगता है मानो बंगाल में हिंसा और निर्दोष लोगों की मौतों से दीदी का ताज सजना है। आखिरकार क्या अगले 5 वर्षो तक बंगाल में इसलिए तृणमूल काँग्रेस आयी है ताकि इस प्रजातांत्रिक देश में कोई भी व्यक्ति सत्ता के खिलाफ न बोल सके विपक्ष के लोगो का जड़ से सफाया कर दिया जाए चाहे उसके लिए जान से ही क्यों न मारना पड़े। दीदी ने जिस प्रकार लगातार राष्ट्रवादियों के ऊपर गाज गिराया है यह टीएमसी के लोगो के प्रति सोच को दिखाता है।

देश और जनता की सेवा के लिए हमेशा आगे रहने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या करने वाले आखिर कौन हैं? बांग्लादेश के घुसपैठियों को शरण देकर तृणमूल कांग्रेस और ममता बैनर्जी प्रदेश के साथ-साथ देश को खतरे में डाल रहें हैं और हिंसा फैला रहें हैं। हिंसा, अराजकता, अन्याय, अत्याचार और अनाचार की आग में आज बंगाल जल रहा है। जीत के नशे में चूर होकर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रहें हैं।

प्रीतेश गांधी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की जीत के बाद जिस तरह से हिंदुओं और जनजाति समाज के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है उससे पूरा देश कराह उठा है। चुनाव के नतीजे आते ही ममता दीदी के राजनीतिक गुंडों का आतंक सभी ओर फैल चुका है। भाजपा के कार्यकर्ताओं उनके कार्यालय के अलावा हिंदू समुदाय और जनजाति समुदाय के लोगों के साथ-साथ उनके मंदिरों और दुकानों को भी निशाना बनाया जा रहा है जो की निंदनीय है।