छत्तीसगढ़ में आयात विकल्प की असीम संभवनाएं – लघु उधोग भारती

490

रायपुर | लघु उधोग भारती के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल, वर्तमान अध्यक्ष पुरोष्तम पटेल, उपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य पवन बड़जात्या, प्रदेश कार्यलय प्रभारी दुर्गाप्रसाद,एवं डॉक्टर सीपी दुबे एवं लघु उधोग भारती के आयात विकल्प उत्पाद समूह के प्रमुख संजय चौबे ने बताया की देखनें में लगातार आ रहा है की भारत के लोकप्रिय यशश्वी लोकप्रिय प्रधानमंत्री के लोकल इज वोकल एवं आत्मनिर्भर भारत के अभियान के बाद से युवाओं में एक नए उधम को लगाने की होड़ सी मच गयी है,इस तारतम्य में लघु उधोग भारती के पास व्यपारियों एवं उधमियों के तथा नवयुवाओं के लगातार फ़ोन एवं संपर्क आ रहे है ! इसी परिदृश्य में कुछ दिनों पूर्व लघु उधोग भारती के आयात विकल्प उत्पाद समूह के द्वारा विभिन्न उत्पादों के समूह बनाएं गए है जिसमें इलेक्ट्रॉनिक एवं इलेक्ट्रिकल, मेडिकल डिवाइस, आधुनिक कृषि उपकरण, वायर ड्राइंग , पोहा मुरमुरे एवं दाल तथा मसाला उत्पाद , वनोउपज प्रसंस्करण समूह, रेडीमेड कपड़ा उत्पाद , ग्राम कुटीर एवं शिल्प समहू बनाये गए है ! संजय चौबे ने बताया की जिसमें लगातार सभी समूहों के साथ विडिओ कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक भी ली जा रही है एवं उनके सुझाओं को सुनकर उसे पत्रक बनाकर राष्ट्रीय नेत्रत्व को भी भेजा जा रहा है ! चौबे ने बताया की लघु उधोग भारती के आयात विकल्प उत्पाद समूह का मुख्य उद्देश्य भारत में चीन से हो रहे उत्पादों को यहाँ बनाकर सभी उपभक्ताओं को प्रदान करना अभी प्रथम द्रष्टि में कुछ सामानों को विभिन्न उत्पाद समूहों के साथ बैठक कर उसे भारत छतीसगढ़ में कैसे बनायें एवं इसका विपणन कैसे हो इस पर लगातार चर्चा हो रही है एवं इस हेतु भारत सरकार के एम्एसएम्ई के साथ भी लगातार संपर्क एवं सहयोग लिया जा रहा है ! चौबे ने बताया की अभी चीन से भारत में चीन से और भी बहुत सारे प्रोडक्ट्स का आयात किया जाता है, जिनमें स्वचालित डेटा प्रोसेसिंग मशीन, डायोड और सेमीकंडक्टर डिवाइस, ऑटो पार्ट्स और कई स्टील और एल्यूमीनियम आइटम और मोबाइल फोन , टेक्सटाइल फैब्रिक, रेफ्रीजिरेटर और सूटकेस से लेकर एमोक्सिसिलिन एरिथ्रोमाइसिन और मेट्रोनिडाजोल जैसे एंटीबायोटिक्स, विटामिन और कीटनाशक सहित कुटीर उधोगों के सामान भी आयात हो रहे है !

चौबे ने बताया की लघु उधोग भारती द्वारा भारत सरकार के पीएसयु यूनिट एवं निजी उधोगों को भी पत्र भेजकर उनके द्वारा चीन से आयात किये जा रहे समानों के सूची एवं उसकी वार्षिक मात्रा, ड्राइंग हेतु अनुरोध किया गया है ताकि समस्त उधमियों को प्रोडक्ट के अनुसार उपलब्ध करा कर आयात विकल्प के तौर पर इस उपकरणों का निर्माण छतीसगढ़ में किया जा सके ! कुछ देशों से मिला सकारात्मक जवाब भारत को अपनी इस कोशिश में कुछ देशों से सकारात्मक जवाब मिला है। एंटीबायोटिक्स की आपूर्ति के लिए इटली और स्विटजरलैंड की पहचान की गयी है। ये दोनों देश चीन के साथ प्रमुख निर्यातकों में से हैं। वहीं इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल फोन और इनके इनपुट के लिए विकल्प ढूंढना बहुत मुश्किल हो रहा है, क्योंकि इस सेक्टर में चीन का दबदबा और हिस्सेदारी बहुत अधिक है। इसके अलावा बात यह भी है कि केवल भारत ही नहीं बल्कि और भी देश इसी तरह की समस्या का हल तलाशने में लगे हुए होंगे, जिससे स्थिति आसान नहीं होगी। किन क्षेत्रों पर ज्यादा असर वाणिज्य विभाग की तरफ से की गयी विस्तृत चर्चा के बाद एक शुरुआती विश्लेषण से पता चला है कि फार्मा और रसायन, स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक्स और सफेद वस्तुओं और प्लास्टिक के मामले में स्थिति विशेष रूप से गंभीर है। इनके लिए भारत आयात के लिए चीन पर निर्भर करता है। वहीं कपड़ा यार्न, कुछ कार्बनिक रसायन और रत्न और आभूषण जैसे अन्य क्षेत्रों में निर्यात पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, क्योंकि चीन और हांगकांग इन उत्पादों के प्रमुख खरीदार हैं।

चौबे ने बताया की छतीसगढ़ में आयात विकल्प उत्पादों के निर्माण की असीम संभावनाएं है एवं इससे छतीसगढ़ के होनहार युवाओं को उधोग लगाने में सहायता एवं युवाओं को रोजगार सृजन होगा गौरतलब है,छत्तीसगढ़ में चीन से आयातित फर्नीचर एवं फर्नीशिंग, मोबाइल फोन व अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स, गिफ्ट आइटम्स, स्टेशनरीज, हेल्थ एवं ब्यूटी उत्पाद, मेडिकल सप्लायज एवं दवा के कच्चे माल, पैकेजिंग प्रोडक्ट्स, खेलकूद के सामान, फोटोग्राफी एवं ऑप्टीकल्स आइटम, टेक्सटाइल्स आइटम, प्लास्टिक उत्पाद, सर्जिकल उपकरण के आयात विकल्प की असीम संभवनाएं है ! संजय चौबे ने बताया की शीघ्र ही इसे हेतु अन्य संगठनों के उधमियों के साथ विडिओ कांफ्रेसिंग करके योजना का प्रारूप तैयार कर एक मसौदा राज्य सरकार को भी शीघ्र ही प्रेषित किया जाएगा !