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लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर के शासन में थी लोकतंत्र की झलक – इंदर चोपड़ा

महिलाओं के लिए प्रेरणा है रानी अहिल्या बाई – पिंकी शिवराज शाह

अहिल्या बाई त्रिशताब्दी वर्ष पर समाजसेवी महिलाओं को किया जा रहा सम्मानित – प्रकाश बैस

पुण्यश्लोका, शिवकामिनी जैसी उपाधि प्राप्त थी अहिल्या बाई – शशि पवार

धमतरी । भारतीय जनता पार्टी द्वारा शनिवार 31 मई को धमतरी जिला मुख्यालय में रानी अहिल्या बाई होल्कर की जयंती पर गोष्ठी एवं महिलाओं के सम्मान का कार्यक्रम रखा गया। उनके जन्मदिवस पर आयोजित गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व विधायक इंदर चोपड़ा ने बताया कि रानी अहिल्या बाई होलकर को लोकमाता कहा गया है। होलकर राज परिवार की सदस्य होने के बावजूद भी जब उन्होंने सत्ता संभाली तो उन्होंने प्रजा के लिए काम किया यही कारण है कि उन्हें राजमाता ना कहकर लोकमाता कहा गया। उन्होंने सनातन धर्म के उत्थान के लिए उस जमाने में लाखों करोड़ों खर्च किए। पूर्व विधायक पिंकी शिवराज शाह ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रानी अहिल्या बाई का जन्म 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के अहमदनगर में चौंढ़ी गांव में हुआ था। अत्यंत साधारण गडरिया परिवार में जन्म लेनी वाली बालिका में असाधारण गुण थे। यही कारण था कि महेश्वर राजघराने के महाराज मल्हारराव होलकर ने उन्हें अपने पुत्र खांडेराव की बहु बनाया। परिवार के सभी पुरुष सदस्यों की मृत्यु हो जाने के कारण सत्ता की जिम्मेदारी कम उम्र में ही अहिल्या बाई को सौंपी गई। उन्होंने सामाजिक, आर्थिक, कूटनीतिक और धार्मिक सभी पहलुओं पर बुद्धिमता और न्यायप्रियता के साथ काम किया। महिलाओं के लिए निश्चित रूप से रानी अहिल्या बाई प्रेरणा के रूप में है। जिलाध्यक्ष प्रकाश बैस ने बताया कि रानी अहिल्या बाई होल्कर के त्रिशताब्दी वर्ष को भाजपा ने पखवाड़े भर अनेक कार्यक्रम आयोजित कर मनाया। 31 मई को उनके 300 वें जन्मदिवस पर जिला मुख्यालय में गोष्ठी के साथ साथ समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं का सम्मान कर रानी अहिल्या बाई का पुण्य स्मरण किया गया। कार्यक्रम के जिला संयोजक ठाकुर शशि पवार ने कहा कि रानी अहिल्या बाई होलकर का व्यक्तित्व इतना विराट था कि उन्हें पुण्य श्लोका एवं शिवकामिनी जैसी उपाधियों से सम्मानित किया गया। पुण्यश्लोक की उपाधि उनके पूर्व केवल राजा युधिष्ठिर एवं राजा नल को प्राप्त थी। भगवान शिव की परम आराधक रानी अहिल्या बाई ने चारों धाम और 12 ज्योतिर्लिंगों सहित अनेक शक्तिपीठों की स्थापना एवं जीर्णोद्धार कराया। इंदौर शहर या मालवा क्षेत्र उनकी गाथा सदियों से गाता रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके व्यक्तित्व को जन जन तक पहुंचाने का कार्य किया ताकि लोग अपने देश के स्वर्णिम इतिहास को जान सके और उससे प्रेरणा ले सके। कार्यक्रम के अंत में जिले की सह संयोजक डॉ बीथीका विश्वास ने सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली महिलाओं को मंच में आमंत्रित किया तथा उनका सम्मान अतिथियों द्वारा शॉल श्रीफल एवं प्रतीक चिन्ह देकर किया गया। सम्मान प्राप्त करने वाली महिलाओं में प्रमुख रूप से श्रीमती कामिनी कौशिक, श्रीमती यशोदा सोनकर, श्रीमती प्रतीक्षा बाबर, श्रीमती प्रेम कुमारी वाहिले, भूमिका साहू, श्रीमती सकुन नेताम, श्रीमती रेणुका पांडे, डॉ उमा शर्मा, श्रीमती सुलोचना साहू एवं श्रीमती इंद्राणी साहू शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन जिला उपाध्यक्ष कविंद्र जैन ने किया। नगर निगम सभापति श्रीमती कौशल्या देवांगन ने राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम संपन्न कराया। आभार प्रदर्शन जिला पंचायत उपाध्यक्ष गौकरण साहू ने किया। मंच पर पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष नेहरू निषाद विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अरविंदर मुंडी, नरेश सिन्हा , चेतन हिंदूजा , श्रीमती श्यामा साहू , अविनाश दुबे , श्रीमती अर्चना चौबे , श्रीमती सरला जैन , विजय साहू, मंडल अध्यक्ष पवन गजपाल , विनय जैन , मिश्रीलाल पटेल , अमन राव , संजय मरकाम , मनोहर मानिकपुरी, मोहन साहू, कल्याण राजपूत, लोकेश साहू, रवि सिन्हा, दयाराम साहू , हेमंत चन्द्राकर , मुरारी यदू , प्रकाश गोलछा , कमल डागा , विनोद पांडे , अग्रवाल साहू , मोहन नाहटा , विजय यदू , होरी लाल साहू , आनंद यदू , राजीव चंद्राकर नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ज्योति जैन , श्रीमती ज्योति साहू , श्रीमती गितेश्वरी साहू जिला पंचायत सदस्य टीकाराम कंवर, धनेश्वरी साहू , अनिता ध्रुव, विरेन्द्र साहू , चन्द्रकला पटेल , अनिता सोनकर, नम्रता पवार, रितिका यादव , संगिता जगताप , कविता यादव , नंदिनी सिन्हा , पवित्रा दीवान , गायत्री सोनी , सुशीला तिवारी , सुशीला नाहर , डॉली सोनी , दीप्ति जाधव , चंद्रकला साहू ,bजानकी गुप्ता , चेतना रणसिंह , संतोषी साहू , रूपा नागदेव , आशा लोधी, रिक्की गंगवानी , देवेश अग्रवाल , विभा चंद्राकर , चंद्रभागा , हिमानी साहू , रीता बंजारे , भारती साहू, भुवनेश्वर ध्रुव , मुकेश शर्मा, विजय ठाकुर , प्राची सोनी , रुक्मणी सोनकर , राजेश गोलछा, रेशमाशेख़ , अजय ध्रुव , केशव साहू , अजय नाहटा , अनिल तिवारी , अखिलेश सोनकर , निलेश लुनिया , अज्जू देशलहरे सहित बड़ी संख्या में समाजजन शामिल रहे।