हाशमी ने झुग्गी झोपड़ी बस्ती वालों के साथ कलेक्टर से मुलाकात किए

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आवेदन देने के 15 दिन बाद देवाराें के व्यवस्थापन की क्या कार्यवाही की गई हाशमी ने झुग्गी झोपड़ी बस्ती वालों के साथ कलेक्टर से मुलाकात किए

रेल्वे की कार्यवाही से पहले हर हाल में व्यवस्था करना बताया जरूरी

धमतरी। शहर के औधोगिक वार्ड के झुग्गी झोपड़ी देवार बस्ती में रहने वाले लोगो में रेल्वे कार्यवाही को लेकर दहशत है। समय रहते इनका व्यवस्थापन करने वार्ड के पूर्व पार्षद व जल विभाग अध्यक्ष अवैश हाशमी मांग उठाते आ रहे है। 15 दिन पहले अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था लेकिन उस पर क्या पहल हुई, फिर से आवेदन सौंपकर जल्द ही उचित व्यवस्था करने की मांग की है।

हाशमी ने कहा कि देवार बस्ती के लोग शहर की सफाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आ रहे हैं। शहर की गंदगियों को उठाकर घर ले जाकर एक एक चीज चुन चुनकर और छांटकर कबाड़ी में बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं। धमतरी में ब्राडगेज का बनना हम सबके लिए खुशी और गौरव की बात है। बड़ी रेल लाइन से धमतरी का चौमुखी विकास होगा, इसके लिए हम केंद्र और छत्तीसगढ़ शासन का धन्यवाद करते हैं। विदित हो कि रेल्वे की कार्यवाही से पहले व्यवस्थापन की मांग औधोगिक वार्ड के पार्षद रहते हुए और झुग्गी झोपड़ी कांग्रेस प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री रहते अवैश हाशमी के नेतृत्व में स्टेशन पारा बस्ती वालों ने लगातार संघर्ष किए जिसका परिणाम है कि औधोगिक वार्ड स्टेशनपारा के लोगो के लिए 287 मकान स्वीकृत हुआ जो कि जैविक खाद के पास बन रहा है, जिसमें 80 बन चुके हैं। बाकी का कार्य लाॅकडाउन के समय से बंद था, जिसके लिए भी हाशमी ने प्रयास किया और स्टेशन पारा के पार्षद चोवा राम वर्मा और वार्ड वासियों के साथ महापौर विजय देवांगन से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपे और निवेदन किए जिस पर निगम ने टेंडर निकाला और प्रक्रिया पूर्ण कर शासन को स्वीकृति के लिए भेजे है। शासन से अनुमति मिलते ही बचे मकानों के निर्माण कार्य शुरू हो जाएंगे। इसके अलावा देवार बस्ती वालों का भी व्यवस्थापन की उचित व्यवस्था की जानी चाहिए क्योंकि इनके पास रहने के लिए कोई दूसरा ठिकाना नहीं है। देवार पारा बस्ती वालों की मांग को लेकर कई बार आवेदन भी दिया गया है मगर अभी तक व्यवस्थापन की उचित व्यवस्था नहीं हुई है। इधर ब्राडगेज के कार्य की गति बढ़ते जा रही है। देवार बस्ती तरफ भी बहुत बड़ा एवं चौड़ा और गहरा गड्ढा खोदा गया है। इन निर्माण कार्यों से देवार बस्ती वाले डरे, सहमे और भयभीत हैं।हाशमी ने कहा कि किसी दूसरी जगह पर व्यवस्थापन होने से ही देवार बस्ती के लोग बेसहारा होने से बचेंगे। देवार बस्ती वालों को एक साथ रहने के लिए उचित स्थान या फिर इनके लिए सर्वे कराकर पीएम आवास योजना के तहत एक साथ एक जगह 55-60 परिवारों के लिए पक्का आवास बनवाना बेहतर साबित होगा। समय रहते व्यवस्थापन नहीं होने से झुग्गी झोपड़ी देवार बस्ती वालों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। झुग्गी झोपड़ी देवार बस्ती वालों के हक की आवाज को बुलंद कर बुधवार को कलेक्ट्रेट में ज्ञापन झुग्गी झोपड़ी कांग्रेस प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष अवैश हाशमी के नेतृत्व में प्रमिला नेताम, परमा नेताम, शकुन, समीर, सचिन, सुरेशा, पप्पू देवार, विक्की देवार, राहुल, सुल्तान, बलवान, शिवा, ऋतिक, भारत देवार, पवन देवार, राजेश देवार, डेरहीन बाई, सुशील, सुनील, राज, बीर, लखन, जुली, साधना, मंजूरी, सुनीता, रानी, ऊदल, बाबा राम, तुलसी, पार्वती, करीना, गौरी, दुर्गेश, प्रीतम, राज, सलमान, जैकी, देवा, डान, राम, गायत्री, गोलू, आरती, भारती, नंदनी, जय, पायल, अनिता, विश्वप्रताप, काशीराम, अमृता, गोविंद, अंसुइया, जीत मरकाम, धन्नू, राजेश, गोपाल, रूपा, अर्जुन, गीता, कुसुम, सूरज, कृष, मीना, आरती, अजय, सोनम देवार आदि ने साैपा है।कलेक्टर रघुवंशी ने हाशमी और झुग्गी झोपड़ी देवार बस्ती वालों की बातों को गंभीरता से सुने और उन्हें आश्वस्त किए पिछली बार आप लोग आए थे तो हमने आप लोगों के लिए शासन स्तर पर भी बात किए हैं और आप लोगों के उचित व्यवस्था के लिए निगम आयुक्त को भी बोल दूंगा जिस तरह से झुग्गी झोपड़ी देवार बस्ती वालों से कलेक्टर साहब पेश आए इससे झुग्गी झोपड़ी वालो ने खुशी जाहिर किए और बोले कितना अच्छे से हम लोगों की बात कलेक्टर साहब ने सुना और हम झुग्गी झोपड़ी देवार बस्ती वालों के उचित कदम उठाने की बात किए कलेक्टर साहब की प्रशंसा करते हुए देवार बस्ती वालों ने वापसी पैदल चलकर सुकून के साथ अपने अपने घर पहुंचे।