धमतरी. श्री गुरूद्वारा सिंग सभा की बैठक में प्रधान का चुनाव सर्वसम्मति से हुआ, जिसमें हरमिंदर छाबड़ा को प्रधान चुना गया। उन्होने कहा कि गुरू घर की सेवा से बढ़कर और कोई पुण्य का काम नहीं है।
शनिवार को गुरूद्वारा के लंगर हॉल में सिक्ख समाज की बैठक हुई, जिसमें प्रधान हरपाल सिंह गरेवाल ने अपने दो सालों के कामकाज का ब्यौरा दिया। उन्होंने सामाजिक कार्यो में सभी के सहयोग के लिए आभार भी जताया। इसके बाद नई कार्यकारिणी के गठन के लिए विचार-विमर्श किया गया। समाजजनों ने चुनाव के बजाए सर्वसम्मति से प्रधान चुनने का प्रस्ताव रखा, जिसे सबने स्वीकार कर लिया। इसके बाद सभी लोगों के राय-मशविरा के बाद समाजसेवी हरमिंदर छाबड़ा को सर्वसम्मति से श्री गुरूद्वारा गुरूसिंग सभा का प्रधान चुन लिया गया। उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व-2002 में भी वे संस्था के प्रधान रह चुके हैं। समाज प्रमुखों ने यह महती जिम्मेदारी सौंपकर उन्हें जल्द नई कार्यकारिणी का विस्तार करने के लिए कहा है। बैठक में जैसे ही हरमिंदर छाबड़ा को प्रधान चुने जाने की घोषणा की गई, उन्हें बधाईयां देने का सिलसिला शुरू हो गया। बैठक में पूर्व प्रधान हरपाल सिंह गरेलवाल, सुरजीत नवदीप, रविन्दर सिंह बिन्द्रा, हरजीत सिंह हंसरा, जगजीवन सिंह जीवा, देवेन्द्र सिंह अजमानी, मनोहर छाबड़ा, मनजीत छाबड़ा, हरजीत खालसा, संदीप सिंह जुनेजा, राजेश लिखी, प्रिंस छाबड़ा, अटल जुनेजा, शैंकी छाबड़ा, रंजीत छाबड़ा, सुमित जुनेजा, प्रीतपाल छाबड़ा, रिकंू बग्गा, हरविंदर सिंह, सतनाम धनवा आदि मौजूद रहे।
गुरू घर की सेवा
सिक्ख समाज के प्रधान हरमिंदर छाबड़ा ने कहा कि समाज ने उन्हें जो सेवा का मौका दिया हैं, यह उनका सौभाग्य है। छोटे-बड़े सभी से सलाह-मशविरा कर वे समाज में सेवा गतिविधियों को बढ़ावा देेंगे। गुरूद्वारा विस्तार कार्य को भी जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि गुरू घर की सेवा से बढ़कर कोई दूसरा काम नहीं है। उन्होंने समाज के युवाओं से आगे आकर अपना सामाजिक दायित्व निभाने का आग्रह किया।