सुकमा राजीव भवन अटैच : कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार सहित ED का फूंका पुतला

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धमतरी | छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले मामले मे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कार्रवाई करते हुए सुकमा के कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन को अटैच कर लिया है. जिसे लेकर कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार एवं ईडी का पुतला दहन कर प्रवर्तन निदेशालय द्वारा भारतीय जनता पार्टी का अनुसांगिक संगठन की भांति कार्य करने के मामले को लेकर विरोध जताया और दोपहर 01 बजे कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता कांग्रेस भवन से भाजपा सरकार एवं प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के खिलाफ नारेबाजी करते हुए निकले इसके बाद गांधी मैदान पहुंचकर पुतला दहन किया गया इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास भी किया लेकिन कांग्रेसियों ने पुतला फूंक दिया इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि भाजपा के इशारे पर केन्द्रीय एजेंसिया अपनी सीमाओं को लांघ रही है। सुकमा जिला कांग्रेस भवन को एवं पूर्व मंत्री कवासी लखमा के परिजनों की संपत्ति ईडी द्वारा अटैच किया जाना बेहद आपत्तिजनक है। ईडी की यह कार्यवाही भाजपा के राजनैतिक षडयंत्र का हिस्सा है। कांग्रेस को जिला कार्यालय बनाने के लिये फंड कहाँ से आया, हम तो एक-एक पैसे का हिसाब दे देंगे। कांग्रेस ने 15 साल विपक्ष में रहने के दौरान अपने कार्यकर्ताओं और जनता के सहयोग से राजीव भवन बनाया था। जन सहयोग से कांग्रेस भवन बनाना कांग्रेस की परंपरा रही है। धमतरी का पुराना ऐतिहासिक कांग्रेस भवन के साथ-साथ नए राजीव भवन का निर्माण कार्यकर्ताओं के सहयोग से किया गया हैं. प्रदेश मुख्यालय रायपुर का ऐतिहासिक कांग्रेस भवन भी आजादी की लड़ाई के दौरान छेर-छेरा पुन्नी के त्योहार के दौरान मांगे गये दान से बनाया गया था, जहां से कांग्रेस ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ा था। कांग्रेस अपने भवनों के बनाने के खर्च के एक-एक पैसे का हिसाब दे देगी। ईडी में साहस है तो वह भाजपा के 150 करोड़ रू. की लागत से बने भाजपा कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे का रुपया कहां से आया इसकी जांच करे? कुशाभाऊ ठाकरे परिसर फाईव स्टार होटल की तर्ज पर बनाया गया है। उसकी लागत कहां से आई क्या ईडी जांच करेगी? राजधानी रायपुर में ही भाजपा के कार्यालय एकात्म परिसर की जमीन राजनैतिक दल के कार्यालय के लिये भाजपा ने 1 रू. में हासिल किया था। एकात्म परिसर को व्यवसायिक कांपलेक्स में तब्दील कर दिया गया जहां से 1.5 करोड़ रूपया किराया भाजपा वसूलती है ईडी उसकी जांच करेगी? भाजपा के धमतरी जिला सहित अन्य जिला कार्यालयों की लागत का भी ईडी हिसाब मांगेगी? भाजपा के पितृ संगठन आरएसएस ने 500 करोड़ की लागत से दिल्ली में अपना दफ्तर बनाया है। इस रकम के स्रोत की ईडी जांच क्यों नहीं करती है? ईडी ने भाजपा के अनुषांगिक संगठन की भांति काम कर रही है। कांग्रेस कार्यालय की जांच हो सकती है तो भाजपा के कार्यालयो की जांच क्यों नहीं होना चाहिए? ईडी ने कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री कवासी लखमा की उनके परिजनों की कुछ संपत्ति भी अटैच किया है। यह आदिवासी नेता को परेशान करने की साजिश है। ईडी की कार्यप्रणाली शुरू से ही संदेह के दायरे में रही है। ईडी कांग्रेस नेताओं को परेशान करने उनकी छवि धूमिल करने के लिये काम कर रही है। जनता ईडी के इन षड्यंत्रों को भली भांति समझ रही है। इस प्रकार के षड्यंत्रों का जवाब जनता देगी। इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शरद लोहाना, विधायक ओंकार साहू, पूर्व जिला अध्यक्ष मोहन लालवानी, प्रदेश संयुक्त महामंत्री पंकज महावर, पूर्व महापौर विजय देवांगन, ब्लॉक अध्यक्ष आकाश गोलछा, युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष नरेंद्र सोनवानी, एनएसयूआई जिला अध्यक्ष राजा देवांगन, वरिष्ठ नेता अरविंद दोषी, सकील अहमद गुड्डा, नेता प्रतिपक्ष दीपक सोनकर, उप नेता प्रतिपक्ष विशु देवांगन, जनपद सदस्य प्रकाश पवार, महिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष शास्त्री सोनवानी, युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव उदित नारायण साहू, पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष गुरु गोपाल गोस्वामी, पार्षद ऋषभ ठाकुर, चितेन्द्र साहू, पूर्व पार्षद सोमेश मेश्राम, प्रवीण नामदेव, अजय वर्मा, आशुतोष खरे, यश राजपूत, सूरज पासवान, रजत सोनकर, देवेन्द्र देवांगन, संजू साहू, अविनाश मारोठे, वातंजलि गोस्वामी, अजय सिन्हा, नोमेश सिन्हा, जय श्रीवास्तव, धर्मेंद्र पटेल, तेजप्रताप साहू, सुदीप सिन्हा, विपलव राव, प्रियांश, नमन बंजारे, राज देवांगन, शेख सोहेल, अजय डहरिया, हरिहरण नेताम, तोमेश भोयर, मानिक साहू सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।