नगरी | आदिवासी गोंड़ समाज के रिसगांव उपक्षेत्र अंर्तगत रिसगांव, खल्लारी,करही, करका, गादुलबाहरा, संदबाहरा आमाबहार, जोरातराई, मासुलखाई ,उजरावन, मांदागिरी, चमेंदा,सालेभाट,जोगीबिरदो गाताबहार,आमझर ग्रामों के आदिवासी समाज के लोग आदिम परंपरा से चली आ रही महत्वपूर्ण पर्व नवा खाई एवं ठाकुर जोहरनी का पर्व धूमधाम से मनाया ग्राम के सभी पेन शक्ति जिमिदारीन इष्ट देवी देवताओं की विशेष सेवा के साथ गांवों के गायता,पटेल,समाज प्रमुख की सलाह और समाजिकजनों की सहमति से एक निश्चित स्थान चयनित कर इष्ट देवताओं को विधि विधान से साल की प्रथम फसल के अन्न का अर्पण कर ग्रामीणों व्दारा ग्रहण किया जाता है |आदिवासी समाज में नवा खाई पर्व का एक विशेष महत्व है | यह पर्व आदिवासी समाज की आदिम परंपरा है | इस पर्व के दिन समाज के सभी वर्ग एकत्र होकर सामुहिक रुप से पेन शक्तियों की सेवा कर नई फसल की अन्न अर्पण करने के पश्चात ही ग्रहण करते है |