सार्थक स्कूल के विशेष बच्चों ने गरबा खेलकर, नवरात्रि उत्सव मनाया

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स्पेशल ओलंपिक भारत छत्तीसगढ़ के स्टेट कोऑर्डिनेटर ने स्कूल आकर बच्चों को नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं,दिव्यांग होना अक्षम होना नहीं है, अगर किसी दिव्यांग व्यक्ति में जुनून और खेलने का हौसला है, तो वह अपने को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साबित कर सकता है- रवि जैन

धमतरी l सार्थक स्कूल में नवरात्रि पर्व बहुत धूमधाम से मनाया गया |इस अवसर पर राजनांदगांव से आए स्पेशल ओलंपिक भारत, छत्तीसगढ़ के स्टेट कोऑर्डिनेटर रवि जैन,विशेष बच्चों को नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं देने सार्थक स्कूलपहुंचे। उनका स्वागत, विशेष बच्चों के द्वारा गीत गा कर किया गया।तत्पश्चात सभी बच्चे, सदस्य, प्रशिक्षक गण और रवि जैन मिलकर गरबा नृत्य और डांडिया करने में देर तक आनन्दमग्न होते रहे।
स्कूल के भारती, देवश्री, वत्सला, दिशा, प्रीति, एवं मनीषा ने गरबा की वेशभूषा ,चनिया चोली में अम्बे मां के गीतों पर खूब नृत्य किया। जो बच्चे पैर से भी दिव्यांग हैं वे भी व्हीलचेयर पर बैठकर डांडिया लेकर उनके साथ बहुत उत्साहित होकर खेलते रहे।रवि जैन ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि ,सार्थक स्कूल के बच्चों में खेल में आगे बढ़ने की बहुत संभावना है।अध्यक्ष डॉ. सरिता दोशी ने अतिथि का आभार व्यक्त करते हुए ,स्मरण किया कि, पूर्व में स्पेशल ओलंपिक भारत के बैनर तले सार्थक स्कूल के छात्र सत्यांशु दीप, एथलेटिक्स , बॉस्केटबॉल में गांधीनगर, पोंडेचेरी में अपनी प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रर्दशन कर पुरस्कृत हुआ है।साथ ही,सार्थकके बच्चों एकलव्य पटेल विनीत बघेल, मनीषा साहू ,अर्जुन चक्रधारी,आकाश आहूजा और यज्ञदत्त साहू ने भिलाई, दुर्ग, अछोली, बालोद, रायगढ़ जैसे शहरों में भी अपनी प्रतिभा से विभिन्न खेलों में मैडल और सर्टिफिकेट हासिल किए हैं। और महाराष्ट्र के लोनावाला के 3 दिवसीय आयोजन में भी सार्थक के 9 बच्चों ने सहभागिता दी थी और बहुत से पुरस्कार अर्जित किए थे।रवि जैन ने स्कूल के कुछ और बच्चों को चयन करके, खेलों का अभ्यास कराने तथा,स्पेशल ओलंपिक भारत छत्तीसगढ़ के लिए तैयार करने की बात कही।

 

उसके पश्चात उन्होंने सभी बच्चों को उपहार प्रदान किए। बच्चों ने प्रफुल्लित होकर उन्हें थैंक्यू कहा।
अंत में सार्थक की उपाध्यक्ष श्रीमती अनुनंदा के तरफ से बच्चों को स्वल्पाहार करवाया गया। नवरात्रि उत्सव का सुंदर संचालन सचिव स्नेहा राठौड़ ने किया एवं बच्चों का गरबा तैयार करने में स्वीटी सोनी,देविका दीवान, मैथिली गोड़े , सुनैना गोड़े का पूर्ण सहयोग रहा।