
इस तरह के अभ्यास से विशेष बच्चों में एकाग्रता,सौंदर्यबोध, और धैर्य का विकास होता है _राखी प्रशिक्षक, रोशनी सोनी
धमतरी | सार्थक संस्था द्वारा संचालित मानसिक दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र सार्थक स्कूल में आज विशेष बच्चों के लिए एक रचनात्मक गतिविधि आयोजित की गई, जिसमें धमतरी की एक उम्दा आर्टिस्ट श्रीमती रोशनी सोनी ने बच्चों को सरल और आकर्षक तरीके से राखियाँ बनाना सिखाया। इस गतिविधि में कुल 17 विशेष बच्चों ने भाग लिया और पूरे मनोयोग से राखी निर्माण सीखा। बच्चों ने पूरे उत्साह और आनंद के साथ अपने हाथों से रंग-बिरंगी राखियाँ तैयार कीं, जिनमें उनकी कल्पनाशीलता और रंग संयोजन की समझ स्पष्ट झलकी। बच्चे अपनी बनाई हुई राखी अपनी प्रशिक्षक और अपने सहपाठियों को दिखाकर प्रसन्न हो रहे थे। रोशनी सोनी ने बताया – मोती और सजावटी सामग्री को तरतीब से जमाने और डोरी में पिरोने के लिए इन बच्चों ने बहुत रुचि दिखाते हुए राखी बनाई है। साथ ही इस तरह के अभ्यास से विशेष बच्चों में एकाग्रता,सौंदर्यबोध, और धैर्य का विकास होता है।बच्चों के इस रचनात्मक प्रयास को सफल बनाने में सार्थक स्कूल की प्रशिक्षिकाएँ – श्रीमती मैथिली गोड़े, देविका दीवान एवं काजल रजक ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए उनकी रुचि और आत्मविश्वास को बढ़ाया। संस्था की अध्यक्ष डॉ. सरिता दोशी ने कहा –इस प्रकार की कलात्मक गतिविधियाँ विशेष बच्चों की आत्म-अभिव्यक्ति को बढ़ावा देती हैं और उन्हें सामाजिक एवं मानसिक रूप से सशक्त बनाती हैं। रोशनी सोनी जैसे कलाकारों का जुड़ना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। वे धमतरी की प्रतिभावान एवं संवेदनशील कलाकारों में से एक हैं। अंत में सार्थक परिवार की ओर से सचिव श्रीमती स्नेहा राठौड़ ने रोशनी सोनी का आभार व्यक्त किया ।