सर्व गुजराती समाज छत्तीसगढ़ के द्वारा धमतरी एवं बालोद शहर में समाज जन को दिखाई गई नि:शुल्‍क ‘द कश्मीर फाइल्स

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जहां सत्य है, साहस है उसके साथ पूरी जनता एवं देश का प्रधानसेवक भी खड़ा है- प्रीतेश गांधी

धमतरी | विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ निरंतर देश के लोगों के बीच अपनी लोकप्रियता बनाए हुए है। कश्मीरी पंडितों के दर्द एवं इतिहास के अनछुए पहलुओं को उजागर करती यह फिल्म जन-जन तक पहुंच सके इसलिए देश के कई राज्यों में फिल्म को टैक्स फ्री भी कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ में भी बुधवार, दिनांक- 23-3-2022 को सर्व गुजराती समाज छत्तीसगढ़ एवं एन आर गुजराती एसोसिएशन के द्वारा धमतरी एवं बालोद शहर में समाज सदस्यों को ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म नि:शुल्‍क दिखाई गयी।

इस अवसर पर प्रीतेश गांधी प्रदेश अध्यक्ष सर्व गुजराती समाज छत्तीसगढ़ ने कहा कि कुछ दिनों पहले ही सर्व गुजराती समाज छत्तीसगढ़ प्रदेश कार्यकारिणी बैठक में समाज के सभी सदस्यों द्वारा यह निर्णय लिया था कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ फ़िल्म को राज्य के सभी जिलों में दिखाया जाएगा. प्रीतेश गांधी ने कहा कि इस फिल्म की जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है। विशेषकर इस फिल्म के निर्देशक श्री विवेक अग्निहोत्री जी एवं उनकी टीम का मैं आभार व्यक्त हूं कि उन्होंने कश्मीरी हिन्दुओं के दर्द, सत्य एवं इतिहास को उजागर करने का साहसिक कार्य किया है। जिसके लिए स्वयं हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उनका सम्मान किया है। जो अत्यंत सराहनीय है इससे देश के हर युवा को यह सिख मिलती है कि जहां सत्य है, साहस है और सामर्थ्य है उसके साथ देश की पूरी जनता के साथ देश का प्रधानसेवक भी खड़ा है।

प्रीतेश गांधी ने कहा कि अभी तक हमारे देश की जनता एवं हमारी युवा पीढ़ी ने केवल कश्मीरी पंडितों के साथ हुए इस दर्दनाक हादसे को एक इतिहास के रूप में सुना या पढ़ा था परन्तु आज इस इतिहास को इस फ़िल्म के माध्यम से हम सभी ने जागृत होते देखा और उसे महसूस किया। इस इतिहास का वास्तविक सत्य इतना भयावह है कि आज देश का प्रत्येक नागरिक मोदी जी द्वार हटाए गए धारा 370 की सराहना कर रहा है और स्वीकार करती है कि मोदी है तो मुमकिन है। यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने धारा 370 न हटाया होता तो आज कश्मीर की हालत भयावह से इतनी बेहतरीन न होती। प्रीतेश गांधी ने कहा कि कश्मीर प्राचीन काल से सम्पूर्ण भारतवर्ष के अध्यात्म का केंद्र रहा है। जो ऋषिमुनि और साधको की साधना का स्थल रहा है। जहां शंकराचार्य जैसे महान ऋषि ने तप किया जहां पंचतंत्र लिखा गया। भारत की यह तपो भूमि न जाने कितने वर्षो से अत्याचारों के कारण पीड़ित, शोषित और कुंठित थी। इसके अलावा क़रीबन 32 सालों से हर एक भारतीय से कश्मीरी हिन्दुओं पर हुए इस भीषण नरसंहार का इतना बड़ा सच छुपाया गया था परन्तु इस फिल्म के माध्यम से आज इस सफेद झूठ से पर्दा हट गया और सच उजागर हो गया।

इस अवसर पर प्रकाश गांधी, प्रदीप मिरानी, हरी भाई कटारिया, महेन्द्र राजपुरिया, बिपिन भाई पटेल, लखुमाई मानुशाली, अरुण पटेल, हरी पटेल, चंद्रकांत त्रिवेदी, कीर्ती गांधी, मतहर गांधी, गजराज जैन, पप्पू गांधी, महेश भानुशाली, कांतिभाई मानेक, भरत संघवी, पीयूष राठौड़, तरुण अंबाती, रामू रोहरा, कवीन्द्र जैन, नंदन दोशी , अजित खंडेलवाल , नरेन्द्र जयेशवाल , विजय साहू, मुरारी यदु, अमन राव, केशव साहू, श्रीमती बिथिका विश्वास, पार्वती वाधवानी, रितिका, हितेश रायचूरा, योगेश गांधी, मुकेश रायचूरा, राजेश रायचूरा, दिलीप सोनी, लालू गांधी, दिनेश अंबानी, राकेश लोहाणा, अरविंद गांधी , सुधीर गांधी , मुकेश गांधी, शेखर राजपुरिया, नारायण भाई, मफत भाई पटेल, योगेश रायचूरा, राजू पटेल, भरत गांधी, नरेन्द्र भाई, राजेश राठौड़ , शैलेन्द्र गांधी साथ ही समाज के वरिष्ठ जन व शहर के गणमान्य भी उपस्थित रहे एवं सभी ने मिलकर ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म देखी । प्रीतेश गांधी ने कहा की इस फिल्म के जरीए आज हर भारतीय कश्मीरी हिन्दुओं की पीड़ा से खुद को जुड़ा हुआ मानता है। हमें अपने भारत की जनता पर गर्व है कि आज देश की जनता सत्य के साथ खड़ी है। कश्मीरी हिंदुओं पर हुए अत्याचार, नृशंस हत्या, लूट, बलत्कार एवं शोषण को फिल्म में जिस सच्चाई और बहादुरी से दिखाया गया है। इससे न केवल आज हर देशवासी का खून खौल उठा है बल्कि हमारे कश्मीरी हिंदू भाई-बहनों के दिलों में पुनः घर वापसी की उम्मीद भी जागी है।