संस्कृत भाषा जीवन का संस्कार है : रंजना साहू

117

देलही पब्लिक स्कूल सांकरा में संस्कृत भारती छत्तीसगढ़म् शिबिरचालक प्रशिक्षण वर्ग में विधायक रंजना डीपेंद्र साहू शामिल होकर प्रशिक्षितों को किए सम्बोधित।

धमतरी | संस्कृत भारती छत्तीसगढ़म् शिबिरचालक प्रशिक्षण वर्ग में विधायक रंजना डीपेंद्र साहू शामिल हुई, जहां पर विधायक ने प्रशिक्षितों को सम्बोधित किए, यह प्रशिक्षण देलही पब्लिक स्कूल सांकरा में हुआ। विधायक रंजना साहू ने कहा कि संस्कृत भारती वह संस्था है जो हमारी सनातन परंपरा को पुनः जीवित करने संस्कृत भाषा को दैनिक दिनचर्या मे लाने का प्रयास करती है, निश्चित ही संस्कृत हमारी जीवन का संस्कार है, जो हमारे वैदिक धर्म में वर्णित है, हमारी सनातन परंपरा का मूल भाषा संस्कृत है, हिंदू धर्म में सभी कर्मकांड संस्कृत भाषा में होते हैं, इसलिए हमारी सनातन धर्म को जीवित रखने संस्कृत का प्रचार प्रसार अति आवश्यक है|

संस्कृत भारती संस्था का शिविर के माध्यम से प्रयास किया जाना सराहनीय है, जिसे हमें स्वीकार करना है। श्रीमती साहू ने आगे कहा कि यह मेरे लिए अद्वितीय क्षण है, जो मुझे यहां आने का सौभाग्य मिला, इस संस्था के द्वारा शिविर में हमारे देश के महान विचारकों की छाया चित्र के साथ प्रदर्शनी लगाया जाना प्रशंसनीय है। भाजपा जिला मंत्री बिथिका विश्वास ने बताया कि संस्कृत हमारा जीवन है क्योंकि इन्हीं भाषा से पूरे देश में अनेक भाषाओं की उत्पत्ति हुई है, संस्कृत भारती का यह प्रयास हमें अपने जीवन के प्रति संस्कृत भाषा के उपयोग करने का ज्ञान देती है। इस अवसर पर जनपद सदस्य पूर्णिमा बनपेला, कोमल सार्वा के साथ अन्य अतिथि गण शिविर के संचालक, अनेक प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।