धमतरी | नगर की ग्राम देवी माता शीतला मंदिर में 22 से 24 अप्रैल तक तीन दिवसीय नूतन प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया गया है। इस मौके पर धीवर समाज की ओर से शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। बता दें कि दानीटोला स्थित शीतला माता मंदिर में पुरानी बावली के जीर्णोद्धार के समय प्राप्त शिलालेख से ज्ञात होता है कि बावली का निर्माण धीवर समाज द्वारा सावन सुदी पूर्णिमा शक संवत 1992 सन 1935 में कराया गया था। बावली निर्माण के काफी वर्ष पहले माता शीतला की स्थापना भी धीवर समाज की ओर से शहर में जनकल्याण के उद्देश्य से कराया गया था। समाज के वरिष्ठजनों का मानना है माता शीतला की शिला रूपी प्रतिमा 100 साल से भी अधिक पुरानी है। धीवर समाज के प्रदेश संरक्षक परमेश्वर फुटान ने बताया कि माता शीतला की प्राचीन ऐतिहासिक प्रतिमा में क्षरण हो रहा था तथा शास्त्रों में खंडित प्रतिमा का पूजन किया जाना वर्जित है। प्रतिमा के मूल स्वरूप में बढ़ रहे क्षरण को देखते हुए एवं धमतरी के जन-जन के हितों एवं मान्यताओं तथा माता की मूलप्रतिमा की मान सम्मान को भी सुरक्षित रखते हुए धीवर समाज द्वारा माता शीतला की अतिरिक्त नवीन प्रतिमा के साथ ही भगवान शिवजी परिवार की माता पार्वती, भगवान गणेश, कार्तिकेय की नवीन प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा विधि विधान पूर्वक कराने का निर्णय लिया गया।
उल्लेखनीय है कि माता की प्रतिमा को क्षरण को बचाने के लिए लगभग 15 वर्ष पूर्व धीवर समाज के प्रमुख स्व. विष्णु प्रसाद हिरवानी, परमेश्वर फूटान एवं समस्त धीवर समाज द्वारा माता की प्रतिमा को चांदी से मढ़वाकर सुरक्षित करने का प्रयास किया गया, लेकिन समय के साथ-साथ प्रतिमा के मूल स्वरूप में हो रहे क्षरण को रोकना संभव नहीं हुआ। इसके बाद नवीन प्रतिमाओं का निर्माण मकराना मार्बल से राजस्थान के जयपुर शहर में किया गया। माता शीतला की प्रतिमा का 21 अप्रैल को धमतरी आगमन होगा एवं धीवर समाज द्वारा सायं 4 बजे घड़ी चौक से शीतला माता मंदिर तक कलश यात्रा देवयात्रा निकालकर माता को नगर भ्रमण कराया जाएगा। साथ ही पुरी पीठाधीश्वर श्रीमद् जगतगुरु शंकराचार्य महाराज के अनन्य कृपापात्र आचार्य प्रखर पंडित रामप्रताप शास्त्री कोविद संस्थापक श्री आदि शंकराचार्य विद्यापीठ की स्वागत यात्रा, शोभायात्रा निकाली जाएगी। धार्मिक अनुष्ठान एक नजर में माता शीतला के अतिरिक्त शिवजी परिवार की नवीन प्रतिमाओं का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह 22 से 24 अप्रैल तक संपन्न होगा। इसमें 22 अप्रैल को सुबह 9 से 1 बजे एवं सायं 4 से 6.30 बजे तक चतुर्वेद पारायण, पंचग्दी पूजन, स्थापना, अग्नि मंथन, नूतन मूर्ति का कर्मकुटी संस्कार, जलाधिवास, अन्नाधिवास, 23 अप्रैल को पंचवेदी पूजन, हनुमत अर्चन, हजार मोदक से सहस्त्रचिन अभिषेक, नूतन मूर्तियों, पुष्पाधिवास, फलाधिवास, घृताधिवास, शर्कराधिवास, वस्त्राधिवास, शैयाधिवास आदि इसके पश्चात तथा संध्या 7 बजे से टाटानगर के सोनू शर्मा एवं उनकी टीम द्वारा संगीतमय सुंदरकांड पाठ, संगीत संध्या आदि का आयोजन होगा।
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185 दुर्लभ जड़ी बूटियों से अभिषेक 24 अप्रैल को होम यज्ञ, नूतन मूर्तियों का 185 दुर्लभ जड़ी बूटियां से अभिषेक स्वप्न संस्कार कलश प्रतिष्ठा नूतन मुरतियों की प्रतिष्ठा पूर्णाहुति, गोदान, दशदान, प्रथम दर्शन न्योछावर आदि संस्कार विधिवत पूर्ण किए जाएंगे। धीवर समाज ने धमतरी नगर के समस्त धर्म प्रेमी नागरिकों को इस महा आयोजन में सपरिवार पधार कर पुण्य लाभ प्राप्त करने की अपील की है।