
धमतरी l सुप्रसिद्ध भजन गायिका शहनाज अख्तर द्वारा रामलीला ग्राउंड में जब भजन गाना प्रारंभ की तो एक के बाद एक प्रस्तुतीकरण में रात 3:00 बजे तक लोग झूमते नाचते मां की भक्ति में लीन रहे, कार्यक्रम से पूर्व हुए बरसात में भी श्रोताओं के उमंग व उत्साह को कम करने में कोई बाधा ना डाल सकी हजारों की तादाद में उपस्थित जनसमूह मां की आराधना, प्रभुराम की भक्ति, भगवान भोले भंडारी महाकाल का जय घोष, हनुमान जी की शक्ति को भजनों में पिरोते हुए जब छुम छुम छ,ना ना ना बाजे तोर पांव पैजनिया, जो राम को लाए हैं हम उसको लाएंगे, महाकाल के दरबार में सब दीवाने मिलेंगे, बजरंगबली बजरंगबली, मुझे चढ़ गया भगवा रंग, जैसे धार्मिक भावनाओं से ओतप्रोत भजनों की प्रस्तुति ने जो शमा बांधा उससे कोई भी व्यक्ति अपनी जगह से टस से मस नहीं हुआ वहीं खड़े होकर झूमते रहे और रात्रि के ढलते ढलते इस आयोजन में शहर के इतिहास के आयोजनों में अपनी भक्तिमय, आस्थामय, श्रद्धामय वातावरण में प्रस्तुति के कारण एक नया अध्याय लिखकर छोड दिया।
मेरे दिल में बसे हैं राम मैंने जीवन उन्हें समर्पित कर दिया बातो से प्रभावित पं. राजेश शर्मा शहनाज अख्तर का छुए चरण
भजन गायिका शहनाज अख्तर द्वारा जब अपने भजनों की श्रंखला में प्रभु राम के भजन से पहले यह कहां की हमारा आराध्य है प्रभु श्री राम और मैंने तो अपना जीवन ही उन्हें समर्पित कर दिया है मेरे दिलों में बसे हैं राम कहते हुए जब राम राम राम राम की सुमधुर धुन पर गाना चालू की तो आयोजक पंडित राजेश शर्मा जो स्वयं में राम को आदर्श मानकर अपना सार्वजनिक जीवन को संपन्न करते हैं उनसे रहा नहीं गया और वे मंच पर पहुंचकर शहनाज अख्तर के पैर छूते हुए यहां कहा कि आज मैं इस आयोजन के माध्यम से अपने सार्वजनिक जीवन को धन्य कर लिया तो शहनाज अख्तर भी कहीं की इस मंच दो राम भक्तों को मिलाकर एक नया संबंध दे दिया है यह हजारों दर्शकों की उपस्थिति में एक अद्भुत ,आलौकिक, अविस्मरणीय सड़क निर्माण कर रही थी, और पूरा मैदान जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा।
मां के लिए मां के द्वारा माताओं के संयोजन में समर्पित था जगराता
जगराता के आयोजन में सबसे प्रमुख बात यह रही कि नवरात्रि के पावन अवसर पर मां की भक्ति के लिए समर्पित यहां भजनों का प्रस्तुतीकरण नारी शक्ति की प्रतीक शहनाज अख्तर द्वारा, आयोजन भी मातृशक्तियों के माध्यम से किया जाना शहर में होने वाले अन्य आयोजनों से इस आयोजन को अलग कर दिया आयोजक पंडित राजेश शर्मा की पवित्र मंशा या रही की आने वाले समय में भी ऐसे आयोजनों को सजाने के लिए शहर की महिलाएं आगे आकर बढ़-चढ़कर भाग ले।
किसी भी आयोजन को सफल बनाने के लिए तन मन धन के साथ घर परिवार को पूरे सहयोग की आवश्यकता होती है पंडित राजेश शर्मा के आयोजनों में भी उनकी सहधर्मिणी सहित पूरे परिवार का कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहना जीवन के कार्यक्रमों की सफलता का प्रमुख आधार बनता है जो जगराता के सफल आयोजन में भी देखने को मिला