धमतरी | कोविड-19 में लागू प्रोटोकॉल के चलते इस वर्ष कई पंडालों में भगवान गणेश एवं मां दुर्गा की मूर्ति की स्थापना नहीं की गई। जिससे कुम्हारों के सामने आर्थिक कठिनाई उत्पन्न हो गई| कुम्हारों ने किराए में लेकर जिन स्थानों पर मूर्तियां बनाई थी, उनका किराया भी अदा नहीं कर पाए। उनके पास मूर्तियों को रखने की व्यवस्था भी नहीं है| कुम्हारों ने अपनी व्यथा विधायक रँजना साहू को बताई |विधायक कुम्हारपारा पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया तथा उनके दर्द से मुखातिब होते हुए कलेक्टर जे.पी. मौर्य को उक्त समस्या से अवगत कराते हुए त्वरित निदान करने की बात कही|
जिस पर कलेक्टर ने निगम कमिश्नर को निर्देशित करते हुए कहा कि निगम के अधीनस्थ सुविधायुक्त जगह पर मूर्तियां रखने की व्यवस्था की जाए। नगर निगम कमिश्नर आशीष टिकरिया ने जल आवर्धन संयंत्र में उपलब्ध भवन में मूर्तियों के रखने की व्यवस्था की तथा बताया गया कि जहां मूर्ति रखी जाएगी उसकी दो चाबी होगी। एक चाबी मूर्ति के स्वामित्व वाले कुम्हार के पास तथा दूसरी चाबी निगम में रहेगी। संबंधित मूर्तिकार से मूर्तियों की संख्या तथा अन्य आवश्यक जानकारियां एक कागज में लिपीबंद कर जानकारी हेतु रखी जाएगी। इस राहत के लिए मूर्तिकारों ने विधायक श्रीमती साहू का धन्यवाद देते हुए मां महालक्ष्मी की मूर्ति भेंट की | मूर्तिकारों ने कहा कि व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए गंभीर जनप्रतिनिधि के साथ ही शासन-प्रशासन का भी सहयोग आवश्यक है| मूर्ति के व्यवसाय को छत्तीसगढ़ की परंपरा व संस्कृति के अनुरूप संरक्षित व संवर्धित करने की आवश्यकता है। मौके पर रामस्वरूप कुम्भकार, शिव कुम्भकार, शंकर कुम्भकार, ओमप्रकाश कुम्भकार, नितेश कुंभकार, पूनम कुंभकार, भोला कुंभकार, किरण कुंभकार, गोपी कुंभकार, बालकृष्ण कुम्भकार, गगन कुम्भकार, खिलेश कुम्भकार, संजय कुम्भकार, हरीश कुम्भकार, कोमल सार्वा, अमित साहू, गौरव सोनी थे |