रिश्तों में स्वार्थ नहीं,रखें परमार्थ यही है सनातन परंपरा संस्कृति का शाश्वत संदेश -: विजय मोटवानी

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संबंधों की पवित्रता का पर्व भाईदूज की पार्षद मोटवानी ने नगरवासियों को शुभकामनाएं देते हुए, दी बधाई

धमतरी – भाई एवं बहन के रिश्तो की पवित्रता का पर्व भाई दूज की नगर वासी सहित क्षेत्र के सभी लोगों को युवा पार्षद विजय मोटवानी ने शुभकामनाएं देते हुए बधाई देकर कहा है कि सनातन परंपरा में संबंधों की पवित्रता का सर्वोत्कृष्ट स्थान है लेकिन वर्तमान समय में समाज में आपसी संबंधों में जो गिरावट आ रही है वह व्यक्तिगत जीवन में नैतिकता का पतन होने के कारण है जिसे फिर से हमारे तीज हमारे त्योहार हमारे धर्म हमारे शास्त्र लौटा सकते हैं आवश्यकता है इस रास्ते पर चलने की आज स्वार्थ के अंधे दौड़ पर रिश्तो की पवित्रता की बलि चढ़ा दी जा रही है व्यक्ति धन, भौतिक विलासिता, झूठे अहंकार, मिथ्या पद की दौड़ में अपना सब कुछ गांव पर लगा देता है इन सबको त्याग कर अपने मानव जीवन को परमार्थ के रास्ते पर ले जाते हुए मानव सेवा को अपने जीवन में उतारने का संदेश देता है हमारा भाई दूज और यही आज की आवश्यकता है।