राधाकृष्ण कोचिंग के छात्र तुमेश की सीमा सुरक्षा बल यानी BSF में पोस्टिंग

75

प्रतिभाओं को प्लेटफार्म देने की हमारी स्वस्थ नियत और शिक्षकों की मेहनत से मिल रही है लगातार सफलता-पँ. राजेश शर्मा

धमतरी | धमतरी की युवा प्रतिभाओं को कॉम्प्टिटिव परीक्षाओं की तैयारी के लिए शुरू की गई पहल अब परवान चढ़ने लगी है, धमतरी के राधाकृष्ण कोचिंग से एक और छात्र को सीमा सुरक्षा बल यानी BSF में पोस्टिंग मिल गई है। कंवर गांव के रहने वाले तुमेश कुमार, पिता भगवानी राम साहू को SSC DG की पोस्ट पर भर्ती हो गई है। तुमेंश साहू भले ग्रामीण परिवेश से है लेकिन शुरू से मेहनती रहे है और होनहार भी, तुमेश को शुरू से रक्षा सेवाओ में जाने का और देश की सेवा करने का जुनून था, तुमेश इस से पहले भी अच्छी कोचिंग में पढ़ना चाहते थे लेकिन, घर से बाहर रहना और महंगी फीस आड़े आ रही थी।

राधा कृष्ण निःशुल्क कोचिंग के शिक्षकों के मार्गदर्शन में तुमेश ने लगातार मेहनत की और आखिर में अब कामयाबी ने कदम चूम ही लिए, तुमेश की सरकारी नौकरी लगने के बाद परिवार और गांव में खुशी का माहौल है। और जैसा कि राधा कृष्ण कोचिंग की परंपरा रही है, कोचिंग के संचालक पँ. राजेश शर्मा ने तुमेश साहू का सम्मान किया और भावी जीवन के लिए उन्हें शुभकामनाएं और आशीर्वाद भी दिया।


तुमेश अकेला नही है राधा कृष्ण निःशुल्क कोचिंग से इस से पहले, धमतरी की पहेली शर्मा असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए चयनित हो चुकी है। उसरवारा गांव के गौकरण BSF में कुक के पद पर चयनित हो चुके है।

महज कुछ महीने के अंदर ही राधाकृष्ण कोचिंग से 3 छात्र सरकारी नौकरी पा चुके है, यही सबसे बड़ा प्रमाण है कि कोचिंग से बच्चों को न सिर्फ उत्कृष्ठ प्रशिक्षण मिल रहा है बल्कि शिक्षकों का श्रेष्ठ मार्गदर्शन भी मिल रहा है, यहाँ के सकारात्मक वातावरण में जो भी छात्र मेहनत कर रहे है वो अपने लक्ष्य में सफल होते जा रहे है।

राधाकृष्ण निःशुल्क कोचिंग शुरू करने वाले समाजसेवी पँ. राजेश शर्मा ने बताया कि, हमारी धमतरी के युवा शुरू से प्रतिभाशाली रहे है मेहनती रहे है, ऐसे बच्चे अलग अलग तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करते रहे है।
लेकिन बड़ी संख्या में बच्चे बड़े शहरों में रहने के भारी खर्च और कोचिंग की मोटी फीस के कारण सही प्रशिक्षण और मार्गदर्शन से वंचित रह जाते थे, ऐसी ही प्रतिभाओं के लिए राधाकृष्ण निःशुल्क कोचिंग शुरू किया गया था, यहाँ बेहतरीन शिक्षकों को रखा गया, और बच्चों पर न फीस का बोझ रहता है और न घर से बाहर रहने की चुनौती।
राजेश शर्मा ने कहा कि आज प्रतिभाओं को प्लेटफॉर्म देने की हमारी स्वस्थ नियत और शिक्षकों की मेहनत के कारण, धमतरी के टैलेंट को वो मिल रहा है जो वो डिज़र्व करते है। पँ राजेश शर्मा ने कहा कि हमने धमतरी के भविष्य को संवारने के साफ इरादे से कोचिंग खोलने की पहल की और यहाँ के छात्रों और शिक्षकों ने उसे सिद्ध और सफल करने का काम किया है। राजेश शर्मा ने कहा कि एक के बाद एक सफलता से उत्साह जाहिर तौर पर बढ़ा है, जब तक ईश्वर उन्हें इस पुण्य काम के लिए सक्षम बना कर रखेंगे तब तक वो ये कोचिंग चलाते रहेंगे।