धमतरी | छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डॉ भूषण लाल चंद्राकर, प्रांतीय उपाध्यक्ष देवनाथ साहू, प्रांतीय कोषाध्यक्ष शैलेंद्र पारीक, प्रांतीय महिला प्रतिनिधि उषा साहू, जिला महिला प्रकोष्ठ प्रभारी बी यदु ने कहा है कि कोरोना संकट के कारण राज्य सरकार द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए विद्यालय को आगामी आदेश तक बंद रखने का स्पष्ट निर्देश जारी किया गया है। समय-समय पर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री द्वारा अपना वक्तव्य जारी कर प्रदेश में सामान्य स्थिति परिस्थिति होने पर ही विद्यालय प्रारंभ करने की बात कही जा रही है। किंतु राज्य शासन के इस स्पष्ट आदेश को दरकिनार करते हुए धमतरी जिले में कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा 26 नवंबर को कार्यवाही विवरण पत्र जारी करते हुए कक्षा 10वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों को विशेष कोचिंग के नाम पर विद्यालय बुलाकर अध्यापन कार्य कराने के लिए संस्था प्रमुखों को दबाव डाला जा रहा है। जबकि राज्य शासन द्वारा विद्यार्थियों के स्वास्थ्य, सुरक्षा को प्रमुखता से रखकर अभी विद्यालय प्रारंभ नहीं करने का निर्णय लिया गया है किंतु जिले में अधिकारियों द्वारा इस बात की अनदेखी की जा रही है।
इसके साथ ही प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के लिए संस्था प्रमुखों को अनिवार्य रूप से मोहल्ला क्लास लगाने के लिए दबाव डाला जा रहा है किंतु इसके पूर्व 8 अगस्त को स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव द्वारा जारी निर्देश के अनुसार मोहल्ला क्लास लगाने का कार्य पूर्णत: स्वैच्छिक है। जिले के शिक्षक ऑनलाइन क्लास के माध्यम से बच्चों को अध्ययन अध्यापन की गतिविधियों से निरंतर रूप में जोड़े हुए हैं। जिले में अधिकारीगण द्वारा बिना कोई स्पष्ट आदेश जारी किए बगैर शिक्षकों पर दबाव बनाकर विद्यालय में बच्चों को बुलाकर कक्षा प्रारंभ करने तथा मोहल्ला क्लास लगाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है | विभिन्न शिक्षक संगठनों से इस पर कोई सलाह मशवरा भी नहीं किया गया है एवं अभी की परिस्थिति में विद्यालय में बच्चों स्वास्थ्य तथा उनकी सुरक्षा में आने वाली व्यवहारिक कठिनाइयों को भी दृष्टि गत नहीं रखा गया है। बिना कोई आदेश के विद्यालय बुलाने से विद्यार्थियों के स्वास्थ्य एवं सेहत के साथ अनहोनी होने की पूर्ण जिम्मेदारी जिला जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को लेनी चाहिए एवं स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किया जाना चाहिए। बिना कोई स्पष्ट आदेश के दबाव पूर्वक क्लास लगाने के इस कार्यवाही विवरण पत्र का संघ की ओर से विरोध किया गया है| विरोध करने वालों में प्रमुख रूप से जिला सचिव बलराम तारम, जिला कोषाध्यक्ष रामदयाल साहू, जिला उपाध्यक्ष गण नंदकुमार साहू, गणेशप्रसाद साहू, तीरथराज अटल, रुकमणी रमन चंद्राकर, संयोजक प्रदीप साहू, पदाधिकारी कैलाश प्रसाद साहू, डॉ आशीष नायक, कौशल चंद्राकर, राजेंद्र यादव, फणेन्द्र शांडिल्य, रामप्रसाद नाग, खिलेश साहू, राहुल नेताम, महेश कोसरे, लीलाराम कुर्रे, संजय साहू, खूबलाल साहू, राकेश साहू, शशि प्रभा रानी चंद्राकर, सविता छाटा, मंजूषा साहू, निशा साहू, सावित्री साहू, पार्वती निषाद, उषा निर्मलकर, ब्लॉक अध्यक्ष गण शैलेंद्र कौशल, दिनेश कुमार साहू, रमेश यादव, गेवाराम नेताम, ज्ञानेश्वर सिन्हा, गुहाराम निषाद, टीकमचंद सिन्हा, तोमल साहू, वीरेंद्र साहू, शेष नारायण साहू, अशोक साहू, लोमस साहू शामिल हैं।