यातायात जागरूकता एवं नशा मुक्त भारत अभियान पर  की गई बौद्धिक परिचर्चा

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धमतरी | बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय धमतरी की प्राचार्य डॉ श्रीदेवी चौबे जी के निर्देशन एवं राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी सुश्री आकांक्षा मरकाम के मार्गदर्शन में सात दिवसीय विशेष शिविर मथुराडीह के द्वितीय दिवस का आरंभ प्रातः  6 बजे से स्वयंसेवकों की प्रभात फेरी से हुआ, जिसमें स्वयंसेवकों ने  शिविर स्थल से प्रारम्भ कर गौरी-गौरी चौक, स्कूल पारा से होते हुए पुनः शिविर स्थल तक प्रभात फेरी किया। जिसके पश्चात क्रीड़ा प्रभारी द्वारा सभी स्वयंसेवकों को योग, पीटी व व्यायाम कराते हुए उनसे प्राप्त होने वाले लाभों से अवगत कराया गया। तत्पश्चात प्रातः काल का स्वल्पाहार कर सभी स्वयंसेवक परियोजना कार्यों के लिए दल क्रमांक 6 व 8 के स्वयंसेवक ने ग्राम पंचायत मथुराडीह भवन परिसर, दल क्रमांक 2 और 4 के स्वयंसेवकों ने शिविर स्थल परिसर पर एवं दल क्रमांक 3, दल क्रमांक 1 और दल क्रमांक 7 के स्वयंसेवकों ने शासकीय  माध्यमिक शाला, शासकीय प्राथमिक शाला व आंगनबाड़ी केंद्र परिसर की साफ सफाई कर स्वच्छता अभियान चलाया गया। जिसके पश्चात दोपहर 1 बजे सभी स्वयंसेवक मध्यान भोजन किया। दोपहर 2 बजे बौद्धिक परिचर्चा का आरंभ हुआ, जिसमें यातायात जागरूकता हेतु एसआई सुरेश नेताम ने बताया कि भारत में प्रथम बार यातायात की शुरुआत जे पी नाइक ने चेन्नई में की। साथ ही सड़क दुर्घटनाओं के कारण, बचाव, रोकथाम, भारत में प्रति वर्ष सड़क दुर्घटनाओ से संबंधित आंकड़े जैसे भारत में प्रतिवर्ष 1लाख से अधिक लोगों, छत्तीसगढ़ में 6000 से अधिक लोगों की मृत्यु तथा धमतरी  जिले में प्रतिवर्ष 120 लोगों  को मृत्युदर के आंकड़े बताए गए। यातायात पर आधारित भारत के संविधान में निहित दंड के प्रावधान  के संबंध में जानकारी प्रदान की गई।  सॉफ्ट जीवन शैली एवं नशा मुक्ति हेतु श्री विकास सांगले, श्री भागेश्वर लोधी ने संबंधित विभाग व  संबंधित विषय पर जानकारी स्वयंसेवकों  को प्रदान की। उन्होंने ने बताया कि भारत में तम्बाकू के शुरुआत, युवाओं में धूम्रपान  की बढ़ती लत,  बच्चों में नशीले पदार्थ के सेवन संबंधित आंकड़े, तम्बाकू में पाए जाने वाले 7000 हजार से अधिक रसायन एवं धूम्रपान का हमारे स्वास्थ्य व शारीरिक अंगों पर क्या प्रभाव पड़ता है। श्री विकास सांगले एवं श्री भागेश्वर लोधी जी के द्वारा शिविर स्थल पर वृक्षारोपण भी किया गया। तत्पश्चात स्वयंसेवकों ने डिजिटल साक्षरता पर आधारिक ग्राम संपर्क कर गांव के लोगो में डिजिटल साक्षरता दर का सर्वेक्षण किया। संध्या काल में स्वयंसेवकों ने देशी  खेलकूद का आनंद उठाया। रात्रि बेला में भोजन के पश्चात स्वयंसेवकों के द्वारा शिविर स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी हुआ। जिसमें  स्वयंसेवकों द्वारा ने छत्तीसगढ़ी  सामूहिक नृत्य, गीत गायन एवं नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया। आज की भोजन व्यवस्था का प्रभार दल क्रमांक 5, पंडित रविशंकर शुक्ल को मिला था। दैनिक दिनचर्या में शिविर स्थल में स्वयंसेवकों की आवाजाही से संबंधित जानकारी तथा  निगरानी हेतु प्रभार दल क्रमांक 2, माधवराव सप्रे को मिला था। इस दौरान कार्यक्रम अधिकारी सुश्री आकांक्षा मरकाम, सहायक प्राध्यापक अंकिता प्रसाद, सहायक प्राध्यापक भीखमलाल सायतोड़े, समस्त  शिविर प्रभारी व सभी स्वयंसेवक उपस्थित थे।