
रायपुर । आदिवासी क्षेत्रों में भी हत्या जैसी वारदात का होना इन दिनों सामान्य सी बात हो गई है। प्रदेश की राजधानी से दूर जशपुरनगर जिले के तपकरा क्षेत्र के ग्राम मसरीघाट (घूमरा) क्षेत्र में हुई नृंशस हत्या ने क्षेत्र के माहौल को दहशतजदा बना दिया है, इसी कड़ी में उक्त ग्राम के अन्तों प्रधान ने आज प्रेस क्लब रायपुर पहुंचकर उनके भाई, सुमंतों प्रधान की खुलेआम हत्या किए जाने की व्यथा को व्यक्त करते हुए बताया कि पुलिस मेरे भाई की हत्या होने के मामले में मुख्य आरोपी दिलीप बारिक को बचाकर निर्दोषों को 50-50 हजार रूपए लेकर गिरफ्तार की है।
अपने आरोपों की पुष्टि के संदर्भ में प्रधान ने बताया कि सम्पूर्ण घटना 23 अप्रैल दिन रविवार ग्राम सुडरू में यादव समाज के कार्यक्रम में सुमंतों हिस्सा लेने गए थे। बारात ओडि़सा के सापडगर तलसरा से सुडरू आई थी, जिसमें डिजे वालों से कार्यक्रम के दौरान वाद-विवाद हुआ था, जिसमें दिलीप बारीक, जयदेव बारीक मुख्य रूप से शामिल हुए। उक्त मामले को किसी तरह शांत कराया गया बाद में बाराती गाड़ी स्कार्पियों ओडी 16 बी 2268 में वापस के दौरान रात 12 साढ़े 12 बजे के बीच सांपडगर लौटने के दौरान दो बाईक में चार सवार आ रहे थे, जिनमें गोरांगो देहरी, निलेश एक्का आगे की बाईक में थे, जबकि पीछे की बाईक में उनके भाई सुमंतों एवं धीरेन्द्र पैकरा आ रहे थे। बियर पीने के दौरान आपस में वाद-विवाद होने पर स्कार्पियों चालक दिलीप बारीक ने सुमंतों की बाईक पर बार-बार टक्कर मारकर उसकी हत्या कर दी। उक्त मामलें तपकरा थाने जाने पर पुलिस ने मामले में हिल हवाला करते हुए रात साढ़े तीन बजे की घटना का मुुआईना साढ़े 6 बजे किया मुख्य आरोपी को पकडऩे के बजाय अंतों के आरोपानुसार कुल 6 आरोपियों में केवल तीन की गिरफ्तारी हुई है। इस संबंध में स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा अब तक प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई है। अंतों प्रधान ने अपने भाई की हत्या के मामले को लेकर पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज एवं गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को ज्ञापन सौंपकर उन्हें न्याय देने की मांग की है।