मेडिकल/ इंजीनियरिंग कॉलेज, बस स्टैंड, ट्रांसपोर्ट नगर सहित सार्वजनिक उपक्रमों के लिये मास्टर प्लान मे भूखंड चिन्हांकित हो – भाजपा

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भाजपा जिलाध्यक्ष सहित प्रतिनिधि मंडल ने मास्टर प्लान को लेकर सुझाव एवं आपत्ति प्रस्तुत की

धमतरी | भाजपा जिलाध्यक्ष शशि पवार, कविन्द्र जैन, अरविंदर मुंडी, सांसद प्रतिनिधि उमेश साहू सहित भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल सोमवार शाम सहायक संचालक नगर तथा ग्राम निवेश से मिला। भाजपाइयों ने मास्टर प्लान 2031 के संबंध मे कुछ महत्वपूर्ण सुझाव तथा आपत्ति प्रस्तुत की। अपनी आपत्ति मे उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान हेतु प्रयुक्त नक्शा अद्यतन नही होने से यह मास्टर प्लान अपने उद्देश्यों पर खरा नही उतर सकेगा। उन्होंने शहर के मुख्य मार्गों के दोनों ओर कम से कम 100 मीटर तक के भूखंड को आवासीय एवं व्यवसायिक मिश्रित भू उपयोग न रख कर केवल आवासीय रखे जाने को लेकर भी आपत्ति की। नगर मे विकास की संभावनाओं को देखते हुए औद्योगिक उपयोग हेतु भूखंड का क्षेत्रफल अपेक्षाकृत कम प्रावधानित किये जाने को लेकर भी आपत्ति दर्ज करायी। मास्टर प्लान मे व्यवसायिक तथा औद्योगिक उपयोग हेतु भूखंडों का प्रावधान एक रेखीय आधार पर न होकर चयनात्मक तरीके से टुकड़े टुकड़े मे किये जाने को भी आपत्ति जनक बताया। नगर निवेश को दिये अपने सुझाव मे उन्होंने मेडिकल/ इंजीनियरिंग कॉलेज, ट्रांसपोर्ट नगर, बस स्टैंड, पार्किंग सहित सार्वजनिक उपक्रमों के लिये स्पष्ट रूप से भूमि चिन्हांकित करने की बात कही। मध्य भारत का सबसे बड़ा वेटलैंड होने के कारण क्षेत्र मे पर्यटन, पक्षी अभ्यारण तथा वन्य जीव संरक्षण की अपार संभावनाओं को देखते हुए इसके लिये प्रयोजन किये जाने का सुझाव दिया।

 

नगर के अंदर से होकर जाने वाले सभी प्रमुख मार्गों के साथ स्कूली बच्चों एवं वरिष्ठ नागरिकों के आवागमन के लिये पैदल पथ तथा पृथक साइकल पथ के प्रावधान की आवश्यकता बताई। सुरक्षा की दृष्टि से ट्रांसपोर्ट नगर को बाई पास के बाहर स्थापित करने का सुझाव दिया गया। थोक बाजार के लिये भूमि का चिन्हांकन, महिला समृद्धि परिसर हेतु भूमि का चिन्हांकन, रेलवे यार्ड तथा रेत खदानों तक भारी वाहनों के आवागमन हेतु पृथक परिवहन मार्ग का प्रावधान, नगर के आंतरिक मार्गों का चौडीकरण, वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था इत्यादि को लेकर भी सुझाव दिये गये। भवन के एफ ए आर (फ्लोर एरिया रेशियो) मे वृद्धि की मांग की गयी। पर्यावरण की दृष्टि से नये ऑक्सीज़ोन बनाने, जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण को कम करने उद्योगों को अधिक से अधिक नगर सीमा के बाहर स्थापित करने इत्यादि को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये। साथ ही इस योजना को लागु करने के पूर्व विशेषज्ञों एवं गणमान्य नागरिकों की बैठक बुलाकर उनसे प्राप्त सुझावों को इस मास्टर प्लान मे स्थान देने की मांग भी भाजपा प्रतिनिधि मंडल ने की है।