मासूम स्नेह और दही-कचौड़ी पार्टी से झूम उठा सार्थक स्कूल

18

विशेष बच्चों ने सार्थक स्कूल एवं आंगनबाड़ी शिक्षकों का किया अनोखा सम्मान, अपने प्रिय शिक्षकों के सम्मान में बच्चों ने लिखे हृदयस्पर्शी उद्गार, बनाई सुंदर ड्रॉइंग और रंगीन कलरिंग, सार्थक स्कूल में हर पर्व आत्मीयता से मनाया जाता है। यह वास्तव में गुरु-शिष्य संबंध को और मजबूत बनाता है — एम. जग्गी मैडम

धमतरी | शिक्षक दिवस के अवसर पर मानसिक दिव्यांग प्रशिक्षण एवं सेवा केंद्र सार्थक स्कूल धमतरी में एक विशेष और हृदयस्पर्शी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में एम. जग्गी (भूतपूर्व प्राचार्य, आदर्श शासकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या शाला, धमतरी), विशिष्ट अतिथि जे. आर. सोनवानी (भूतपूर्व प्रधानपाठक, ग्राम छुही, धमतरी) और प्रभा रावत (संस्थापक अध्यक्ष, सार्थक संस्था धमतरी) उपस्थित रहे।सार्थक संस्था की अध्यक्ष डॉ. सरिता दोशी और सचिव स्नेहा राठौड़ ने अतिथियों का आत्मीय स्वागत करते हुए उन्हें श्रीफल और पुष्प भेंट कर सम्मानित किया। इसके बाद सार्थक के विशेष बच्चों ने अपने-अपने शिक्षकों और प्रशिक्षकों का तिलक कर अभिनंदन किया। वरिष्ठ प्रशिक्षिका मैथिली गोड़े, कंप्यूटर प्रशिक्षक मुकेश चौधरी, संगीत प्रशिक्षिका देविका दीवान, नृत्य प्रशिक्षिका काजल रजक तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद्मिनी साहू को बच्चों ने श्रीफल, पौधे, फूल, पेन और चॉकलेट भेंट कर कृतज्ञता व्यक्त की। बच्चों की प्रस्तुतियाँ अत्यंत मनमोहक रहीं। यज्ञदत्त, देवश्री, मनीषा, हर्षिता, एकलव्य, मनीष, नेमेश, श्वेता, वत्सला, मोनिका और प्रीति ने रंग-बिरंगी ड्रॉइंग व प्रेरक स्लोगन प्रस्तुत किए। ईशु और प्राची ने भावपूर्ण भाषण दिए और छोटे बच्चों तीयांश तथा प्रेक्षा ने अपनी मीठी बातें कहकर सबका दिल जीत लिया। बच्चों की मासूम अभिव्यक्ति देखकर शिक्षक भावुक हो उठे। इस अवसर पर प्रशिक्षकों ने भी अपनी भावनाएँ साझा कीं। मैथिली गोड़े ने कहा कि बच्चों का स्नेह ही सबसे बड़ी प्रेरणा है। मुकेश चौधरी ने बच्चों की तकनीकी रुचि और प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की। देविका दीवान ने कहा कि बच्चों की मधुर आवाज़ और तालमेल ही उनके लिए सबसे बड़ा पुरस्कार है। काजल रजक ने नृत्य को बच्चों की आत्मा की भाषा बताया, वहीं पद्मिनी साहू ने कहा कि बच्चों की मासूमियत ही उनका सबसे बड़ा सम्मान है।कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए एम. जग्गी ने कहा कि सार्थक स्कूल में हर पर्व बड़े उत्साह और आत्मीयता से मनाया जाता है, जो गुरु-शिष्य संबंध को और मजबूत बनाता है। जे. आर. सोनवानी ने बच्चों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि विशेष बच्चे हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा से पहचान बना रहे हैं। प्रभा रावत ने भावुक होकर कहा कि सार्थक संस्था की यह यात्रा बच्चों और शिक्षकों के पारस्परिक प्रेम से ही संभव हुई है।अंत में बच्चों की फरमाइश पर दही-कचौड़ी, ढोकला और मिठाई का स्वादिष्ट स्वल्पाहार रखा गया। डॉ. सरिता दोशी ने बताया कि यह दही-कचौड़ी पार्टी विशेष बच्चों की इच्छा पर ही आयोजित की गई थी। बच्चों ने इस स्वादिष्ट पार्टी का भरपूर आनंद लिया। कार्यक्रम का संचालन स्नेहा राठौड़ ने किया। इस अवसर पर सुनैना गोड़े, प्रेमबती साहू और आकाश आहूजा भी उपस्थित रहे।