
जिले से 250 से अधिक कर्मचारी शामिल
धमतरी | राजधानी रायपुर में कर्मचारी महा अधिकारी महासंघ के नेतृत्व में, जिसके प्रांतीय संयोजक अनिल शुक्ला जी हैं, विशाल धरना प्रदर्शन आंदोलन राज्य कर्मचारियों की 12 सूत्री मांगों के संदर्भ में कर मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा गया ।प्रमुख मांगों में 5% शेष महंगाई भत्ता तथा सातवें वेतनमान के आधार पर गृह भाड़ा भत्ता सहायक शिक्षकों को समयमान वेतनमान ,लिपिकों की वेतन विसंगति सहित प्रमुख मांगी थी इस राजधानी बूढ़ा तालाब के, धरना स्थल पर कर्मचारी अधिकारी महासंघ के जिला संयोजक दीपक शर्मा, महासचिव गोपाल शर्मा, मीडिया प्रभारी एमएस भास्कर के नेतृत्व में लगभग 250 से अधिक कर्मचारीयों अधिकारी धरना स्थल पर उपस्थित हुए ।

प्रदेश के शासकीय अधिकारी कर्मचारियों के लिए*5 प्रतिशत डी ए, एच आर ए, कर्मचारियों के लिए जनघोषणा पत्र लागू करने,स्वास्थ्य,लिपिक, शिक्षक कर्मचारियों की वेतन विसंगति का निराकरण, एल बी संवर्ग के शिक्षको की नियुक्ति तिथि से सेवा गणना कर पेंशन का निर्धारण,परवीक्षा अवधि तीन की जगह दो साल करने सहित 12 सूत्रीय मांगो के लिए बजट प्रावधान करने हेतु भूपेश सरकार का ध्यानाकर्षण हेतु छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रांतीय संयोजक अनिल शुक्ला एवं प्रांतीय महासचिव ओ पी शर्मा , स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष आलोक मिश्रा,मंत्रालय इन कर्मचारी संघ अध्यक्ष महेंद्र सिंह राजपूत, प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष करण सिंह अटोरिया के नेतृत्व में सुबह 11 से 3:30 बजे तक राजधानी रायपुर के धरना प्रदर्शन, किया इसके बाद रैली के रूप में स्थल बूढ़ा तालाब से कर्मचारी अधिकारी महासंघ के हजारों पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के नाम 12 सूत्रीय मांगों के संदर्भ में ज्ञापन एडीएम को सौंपा। राजधानी में हुए धरना/ प्रदर्शन की कर्मचारी सभा को कर्मचारी अधिकारी महासंघ के जिला संयोजक दीपक शर्मा ने तथा एम एस भास्कर ने भी संबोधित किया।
शासकीय कर्मचारी अधिकारी महासंघ के जिला संयोजक दीपक शर्मा महासचिव गोपाल शर्मा मीडिया प्रभारी एमएस भास्कर स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मनोज वाधवानी पटवारी संघ वासुदेव भोई, विद्यालयीन कर्मचारी संघ के रोहित साहू सहित महासंघ से संबद्ध सभी संगठनों के जिलाध्यक्ष पदाधिकारी प्रतिनिधियों सहित 250 से अधिकारी कर्मचारियों ने बूढ़ा तालाब रायपुर धरना स्थल पर उपस्थित रहकर धरना को सफल बनाया।






