परसतराई स्थित गौठान और वहां विकसित किए जा रहे ग्रामीण औद्योगिक पार्क को देखने पहुंचे कलेक्टर

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ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित किए जा रहे परसतराई सहित रांवा, भानपुरी और तरसींवा के गौठानों का औचक निरीक्षण किया कलेक्टर  पी.एस.एल्मा ने

आजीविका मूलक गतिविधियों से जुड़ीं समूह की महिलाओं को अपने उत्पाद का मार्केट बढ़ाने किया प्रोत्साहित

समूहों द्वारा तैयार उत्पाद को भी कलेक्टर ने खरीदा

धमतरी | स्व सहायता समूह की महिलाओं की खुशी का तब ठिकाना नहीं रहा, जब कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने उनके द्वारा तैयार खाद्य मसाले, अचार, तरल जैविक खाद (ब्रम्हास्त्र, अग्नास्त्र, नीमास्त्र, वर्मी वाश) खरीदा। दरअसल आज कलेक्टर  एल्मा एक बार फिर धमतरी विकासखंड के विभिन्न गौठानों के औचक भ्रमण पर निकले थे। इस मौके पर सबसे पहले वे परसतराई स्थित गौठान और वहां विकसित किए जा रहे ग्रामीण औद्योगिक पार्क को देखने पहुंचे। ध्यान रहे एक ओर जहां कलेक्टर गौठानों का आए दिन औचक निरीक्षण करते हुए वहां गोबर खरीदी, हितग्राहियों को समय पर भुगतान की जानकारी, तैयार वर्मी का समय पर उठाव और बिक्री की जानकारी लेते हैं। वहीं अब वे प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप गौठानों को चिन्हांकित कर ग्रामीण औद्योगिक पार्क की तर्ज पर विकसित करने की प्रगति का भी जायज़ा ले रहे हैं। आज इसके मद्देनजर कलेक्टर ने परसतराई में बनाए जा रहे ग्रामीण औद्योगिक पार्क का मुआयना किया।

परसतराई में अलग-अलग समूहों की लगभग 40 महिलाएं विभिन्न आजीविका मूलक कार्यों में संलग्न हैं। यह महिलाएं रूर्बन मिशन से स्थापित की गई मसाला इकाई के जरिए हल्दी, धनिया, गरम मसाला, मिर्च पीस कर स्थानीय बाज़ार में बेच रही हैं। समूह यहां मुर्गी पालन, बकरी पालन के अलावा नॉन वीवन बैग भी तैयार कर रहा है। साथ ही अलग-अलग अचार, जैविक खाद, बेल से चायपत्ती वगैरह भी समूह की महिलाएं तैयार कर बेच रही हैं। कलेक्टर से चर्चा के दौरान महिलाओं ने बताया कि फरवरी माह से अब तक उन्होंने 42 हजार के उत्पाद बेचे। इससे उन्हें लगभग 20 हजार रूपए का मुनाफा भी हुआ। कलेक्टर ने महिलाओं को प्रोत्साहित किया कि वे स्थानीय बाजार के अलावा ज़िला मुख्यालय में बन रहे सी-मार्ट, शहर के विभिन्न दुकानदारों से भी संपर्क करें जिससे उन्हें अपने उत्पादों को ज्यादा से ज्यादा बेचने में सहूलियत होगी । उन्होंने तैयार सामग्रियों में गुणवत्ता पर भी ध्यान देने पर जोर दिया, जिससे उन सामानों की बाजार में मांग बढ़े और अच्छी कीमत भी मिल सके। इससे निश्चित ही महिलाओं को सफल ग्रामीण उद्यमी बनने में काफी सहयोग मिलेगा और उनका मनोबल भी बढ़ेगा।

जैविक पद्धति से तैयार सब्जियां खरीदने से कलेक्टर खुद को रोक नहीं पाए

कलेक्टर  एल्मा गौठानों के निरीक्षण के दौरान वहां संचालित अन्य आजीविका मूलक गतिविधियों को जानने खास दिलचिस्पी दिखाते आए हैं।  इसी कड़ी में धमतरी के ग्राम रांवा में गौठान निरीक्षण के दौरान वहां पास में ही महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से बनाए गए सामुदायिक बाड़ी का भी उन्होंने अवलोकन किया। बताया गया कि यहां सक्रिय महिला समूह ने जनवरी माह से सब्जी-भाजी उगाकर आय का एक और जरिया बना लिया है। बाड़ी में जैविक पद्धति से लगाई गई सब्जियों को देख कलेक्टर काफी खुश हुए। उन्होंने खुद ताजी हरी भिंडी, बरबट्टी, टमाटर समूह से खरीदी। उनके साथ निरीक्षण पर पहुंचे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत धमतरी  अमित दुबे और अन्य लोगों ने भी समूह द्वारा उगाई गई सब्जियां खरीदी।
कलेक्टर ने  तरसींवा और भानपुरी स्थित गौठानों का भी औचक निरीक्षण कर वहां गोधन न्याय योजना की वस्तुस्थिति को जाना। उन्होंने भ्रमण के दौरान सभी महिला समूहों को प्रेरित किया कि वे सकारात्मक रुख अख्तियार कर अपने आय के स्त्रोत बढ़ाने डटे रहें। राज्य शासन महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने हरसंभव सहयोग दे रहा है।