नोडल अधिकारियों को हर रोज तय प्रपत्र में करनी होगी रिपोर्टिंग
धमतरी |कलेक्टर श्री जय प्रकाश मौर्य ने आज स्वान कक्ष से वीसी के जरिए कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बनाए गए नोडल अधिकारियों की शाम 4 बजे से बैठक ली। इस दौरान कलेक्टर ने सामुदायिक सहभागिता से ग्राम पंचायत स्तर पर कोरोना रोकथाम के लिए प्रयास करने पर बल दिया। इसके लिए उक्त स्तर पर कोविड कंट्रोल रूम को एक्टिव रखने कहा। इसमें सरपंच, पंच, युवाओं, स्वयं सेवियों का सहयोग लेने पर जोर दिया। साथ ही शासकीय अमले, जिसमें पटवारी, सचिव,शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन , रोजगार सहायक, मेट इत्यादि को जोड़कर कोविड संक्रमण के रोकथाम में सहयोग लेने जिसमें आईईसी, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, टीकाकरण के लिए प्रेरित करने, होम आइसोलेशन के नियमों का पालन करवाने, संदिग्ध मरीजों की पहचान करने इत्यादि का काम किए जाने पर जोर दिया है। आज आयोजित वीसी में कलेक्टर ने सभी नोडल अधिकारियों को स्वयं कोविड नियमों का कड़ाई से पालन करते हुए संबंधित क्लस्टर जिसके नोडल अधिकारी बनाए गए हैं उन क्लस्टर पर निगाह रख रिपोर्टिंग करने पर बल दिया है।
इसके लिए कुछ प्रपत्र बनाए गए हैं। नोडल अधिकारियों को प्रतिदिन शाम को उस प्रपत्र को भरकर रिप्रोटिंग करनी है । उन्होंने सबसे ज्यादा बल होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की निगरानी पर दिया है जिससे अगर उनके घरों में होम आइसोलेशन की सुविधा है तो वे अलग कमरे में आइसोलेट रहकर निर्धारित दवाईयां लेते रहें। लेकिन यदि उनका ऑक्सीजन स्तर 93ः से कम हुआ तो तत्काल निकट के कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराना सुनिश्चित करने पर कलेक्टर ने जोर दिया। साथ ही लक्षण वाले, संदिग्ध और होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज की देखभाल करने वाले केयर गिवर को भी मितानिन किट के जरिए कोरोना की विशेषज्ञों द्वारा निर्धारित दवाईयां उपलब्ध कराने पर जोर दिया है।
उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर तक पर मरीज और लक्षण वाले लोगों पर निगाह रखना तभी संभव है जब समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित हो अतः नोडल अधिकारियों को सबसे पहले उन लोगों को निगरानी से जोड़ने में अहम भूमिका निभानी है और जिले में कोरोना संक्रमण के दर को कम से कम करना है। उन्होंने इसके अलावा टीकाकरण पर भी जोर दिया और सब को समझाइश दी कि यदि लोगों में भ्रम अथवा भ्रांतियां हैं तो उन्हें भी दूर करें। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत श्री मयंक चतुर्वेदी भी कलेक्टर के साथ मौजूद थे अन्य नोडल अधिकारी वीसी के जरिए बैठक से जुड़े रहे।