कोरोना मरीजों का उपचार जिले में बेहतर तरीके से करने के लिए
कलेक्टर ने ली निजी अस्पतालों के डॉक्टर्स (आई.एम.ए.) की बैठक
धमतरी | अब जिले के निजी अस्पतालों में भी कोविड केयर वार्ड बनाए जाएंगे। कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने आई.एम.ए. और निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों की बैठक लेकर कोविड 19 के इलाज में सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए उनका इलाज जिले में ही संभव हो, इसके लिए निजी अस्पतालों के एक-एक वार्ड को चिन्हांकित कर कोविड केयर वार्ड बनाए जाएगा। संक्रमण के लक्षण वाले मरीजों को जल्द से जल्द चिकित्सीय सुविधा मुहैय्या कराकर मौत की आशंका को कम किया जा सके, इसके लिए भी निजी अस्पताल से कोविड केयर वार्ड बनाना आवश्यक है। कलेक्टर ने इसके लिए स्वास्थ्य अमले को जिले के ऐसे निजी अस्पताल, जहां 20 या उससे अधिक बिस्तर हैं, उनमें से चिन्हांकन कर कोविड केयर वार्ड बनाने कहा है।
इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग का जिला स्तरीय समिति अगले दो दिनों में इन अस्पतालों का भ्रमण कर आवश्यक व्यवस्था देखेगी, ताकि उसे कोविड केयर वार्ड के रूप में तब्दील किया जा सके। इसके साथ ही इन अस्पतालों में उपचार और मरीज को संभालने के लिए तय प्रोटोकॉल सम्बन्धी प्रशिक्षण वहां के स्टाफ, नर्स, पैरामेडिक्स को स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिया जाएगा। कलेक्टर ने सभी सुरक्षात्मक उपाय करते हुए, पीपीई किट पहन कर कोविड के मरीजों का इलाज करने पर बल दिया। बताया गया कि इसके लिए आयुष्मान भारत स्वास्थ्य कार्ड से भी मरीज का इलाज किया जा सकेगा। इसके अलावा राज्य शासन ने जिलों में उपलब्ध निजी अस्पतालों में सुपर स्पेशलिटी सुविधाओं को ध्यान में रख तीन श्रेणियों में रखा है, धमतरी जिला बी श्रेणी में रखा गया है। इस आधार पर जिले के लिए दर तय किया गया है। यहां अगर निजी अस्पताल में आंशिक लक्षण वाले मरीज का आइसोलेशन बेड में इलाज किया जाएगा, तो उस के लिए प्रतिदिन का दर 4960, गंभीर मरीज जिन्हें आईसीयू की जरूरत है उनके के लिए 8000, बहुत गंभीर मरीज जिन्हें आईसीयू और वेंटिलेटर की आवश्यकता है 11200 रुपए का दर तय किया गया है।
इस अवसर पर कलेक्टर ने सभी डॉक्टर्स से अपेक्षा की है कि वे रोज दिन में एक बार कोविड केयर वार्ड का भ्रमण करेंगे और अस्पताल में साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ डी के तुर्रे ने बताया कि बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जा सकता है बशर्ते उनके घर पर बेडरूम में टॉयलेट-बाथरूम अटैच हो। बाकि गंभीर मरीज को अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। मौके पर उपस्थित डॉक्टर्स ने सहयोग करने की सहमति दी। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता गांधी, अपर कलेक्टर दिलीप अग्रवाल सहित चिकित्सक उपस्थित थे।