
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर ब्रह्माकुमारीज द्वारा जनजागरूकता रैली और कार्यक्रम का आयोजन
धमतरी l विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय एवं राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन (मेडिकल विंग) द्वारा शुक्रवार को धमतरी शहर में नशा मुक्ति के लिए विशेष जनजागरूकता रैली और कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सिविल लाइन स्थित ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र से मोटरसाइकिल रैली के साथ हुई, जो रत्नाबंधा चौक, मकई चौक होते हुए गांधी चौक मैदान तक पहुंची। रैली के माध्यम से “नशे को ना कहो, जीवन को हाँ कहो” जैसे नारों से लोगों को जागरूक किया गया।
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में शामिल हुए:
प्रधान आरक्षक अश्विन भुवार्य (पुलिस विभाग)
पार्षद चंद्रभागा साहू
पूर्व महिला मोर्चा अध्यक्ष चंद्रकला पटेल
ब्रह्माकुमारी सरिता दीदी
ब्रह्माकुमारी कामिनी कौशिक
सरिता दीदी ने अपने संबोधन में कहा,
“ब्रह्माकुमारीज संस्थान राजयोग और आध्यात्मिक शिक्षा के माध्यम से पिछले कई वर्षों से नशामुक्त भारत की दिशा में कार्य कर रहा है। अब भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के साथ मिलकर यह अभियान और व्यापक रूप से चलाया जा रहा है।”
उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में संस्था और मंत्रालय के बीच MOU साइन हुआ है, जिसके अंतर्गत देशभर में व्यसनमुक्ति के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
तंबाकू से जुड़ी कुछ चौंकाने वाली बातें कार्यक्रम में साझा की गईं:
भारत में हर दिन 3,000 से 3,500 लोगों की मृत्यु तंबाकू के सेवन से होती है।
तंबाकू में मौजूद निकोटिन एक धीमा ज़हर है।
90% फेफड़े के कैंसर का कारण धूम्रपान है।
शराब के सेवन से 60% से अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं।
व्यसन से न केवल शरीर, बल्कि परिवार और समाज भी प्रभावित होता है।
राजयोग ध्यान से नशा मुक्ति पर अध्ययन:
ब्रह्माकुमारीज द्वारा किए गए एक अध्ययन में 3000 लोगों ने राजयोग की मदद से व्यसन छोड़ा।
इनमें से 97% लोगों ने जीवनभर के लिए व्यसन से दूरी बनाए रखी।
समाज को संदेश:
कार्यक्रम में उपस्थित सभी वक्ताओं ने युवाओं से अपील की कि वे गलत संगति से बचें और पहली बार में ही व्यसन को ‘ना’ कहना सीखें।
“जहाँ ‘हाँ’ कहना ज़रूरी है, वहीं ‘ना’ कहना भी हमारे चरित्र की ताकत है।”
कार्यक्रम के अंत में सभी को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई गई।
कार्यक्रम का सफल संचालन और आभार प्रदर्शन ब्रह्माकुमारी कामिनी कौशिक द्वारा किया गया।