
त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन 2025 प्रथम चरण का मतदान शांतिपूर्ण ढंग से पूरा हुआ
सुबह से ही ग्रामीणों में वोटिंग को लेकर उत्साह, मतदान केन्द्रों में लम्बी कतारें दिखीं
कलेक्टर सुश्री गांधी ने किया मतदान केन्द्रों का निरीक्षण, व्यवस्थाओं को लेकर गंभीरता दिखाई
धमतरी l त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन 2025 के तहत आज जिले के धमतरी और मगरलोड जनपद पंचायत क्षेत्र में प्रथम चरण का मतदान शांतिपूर्ण ढंग से पूरा हुआ। सुबह से ही ग्रामीणों में वोटिंग को लेकर उत्साह देखने को मिला और मतदान केन्द्रों में लम्बी कतारें लगीं रहीं। जिले की अधिकांश मतदान केन्द्रों में महिला मतदाताओं में मतदान के प्रति काफी उत्साह देखने को मिला। मतदाताओं ने पंचायत चुनाव में चार अलग-अलग पदों के लिए अलग-अलग रंग के बैलेट पेपर पर अपना मत अंकित किया। पंच के लिए सफेद, सरपंच के लिए नीला, जनपद पंचायत सदस्य के लिए पीला और जिला पंचायत सदस्य के लिए गुलाबी रंग के मतपत्र पर वोट डाले गए।
धमतरी जनपद पंचायत में 72.50 प्रतिशत मतदान हुआ। इसमें कुल एक लाख 7 हजार 54 मतदाताओं ने वोट डाले। इनमें 52 हजार 231 पुरूष मतदाता और 54 हजार 823 महिला मतदाता शामिल हैं। धमतरी जनपद पंचायत में पुरूष मतदाताओं की अपेक्षा महिला मतदाताओं ने वोटिंग अधिक की। जनपद पंचायत धमतरी में 243 मतदान केन्द्रों पर वोट डाले गए। जनपद पंचायत धमतरी में बिरेतरा ग्राम पंचायत में सरपंच का चुनाव निर्विरोध हुआ है। आज धमतरी जनपद की 93 ग्राम पंचायत में सरपंच के लिए 320 प्रत्याशियों, पंचों के लिए 1420 प्रत्याशियों, 25 जनपद सदस्यों के लिए 60 प्रत्याशियों और 4 जिला पंचायत सदस्यों के लिए 10 प्रत्याशी मैदान में हैं।
मगरलोड जनपद पंचायत में 86 प्रतिशत मतदान हुआ। मगरलोड जनपद पंचायत में 91 हजार 462 मतदाता हैं, जिसमें 46 हजार 232 महिला और 45 हजार 230 पुरूष मतदान शामिल हैं। जिले के मगरलोड जनपद पंचायत में आज 163 मतदान केन्द्रों पर वोट डाले गए। मगरलोड जनपद पंचायत में 63 सरपंचों के लिए 270 प्रत्याशी निर्वाचन लड़ रहे हैं। वहीं 571 पंच पदों के लिए 1268 और 23 जनपद सदस्यों के लिए 67 तथा 3 जिला पंचायत सदस्यों के लिए 9 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला है। मगरलोड जनपद में दो ग्राम पंचायतों के निर्विरोध सरपंच चुने गए हैं, जबकि एक ग्राम पंचायत में सरपंच पद के लिए कोई नाम निर्देशन पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी ने जिले की मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं को लेकर गंभीरता दिखाईं।