
सभी वर्गों को लक्षित करने व कार्ययोजना तैयार करने प्रभारी कलेक्टर ने ली बैठक
धमतरी | लोकतंत्र को अधिक मजबूत बनाने और इसके लिए शत-प्रतिशत मतदाताओं को मताधिकार से जोड़ने के उद्देश्य से भारत निर्वाचन आयोग द्वारा स्वीप कार्यक्रम चलाया जा रहा है। आयोग की मंशानुसार स्वीप के तहत जिले के सभी मतदाताओं को आगामी निर्वाचनों से अनिवार्य रूप जोड़ने व मतदान के महत्व की जानकारी आमजनता तक पहुंचाने के लिए जिला स्वीप कमेटी गठित की गई है। प्रभारी कलेक्टर, जिला निर्वाचन अधिकारी एवं स्वीप की नोडल अधिकारी श्रीमती रोक्तिमा यादव ने आज शाम जिला पंचायत के सभाकक्ष में बैठक ली, जिसमें मतदाता जागरूकता को लेकर व्यापक प्रचार-प्रसार करने और आम मतदाताओं के बीच इसके महत्व को सहज ढंग से क्रियान्वित करने की बात कही। साथ ही उनके द्वारा संबंधित विभागों के अलावा विभिन्न संस्थाओं व समितियों को इस कार्य में अपेक्षित सहयोग करने की अपील की गई।
शाम कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में जिला स्वीप कमेटी की नोडल अधिकारी श्रीमती यादव ने कहा कि पिछले निर्वाचन के दौरान छूटे हुए मतदाताओं पर अधिक फोकस करने की आवश्यकता है, साथ ही नए मतदाताओं को भी संचार के विभिन्न माध्यमों, जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए जागरूकता लाने की कवायद की जाएगी। इसके अलावा ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में निवासरत मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने व्यापक स्तर पर गतिविधियां आयोजित करने पर भी बैठक में जोर दिया गया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, स्कूल शिक्षा एवं उच्च शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, नगरीय निकाय, जनसम्पर्क, श्रम विभाग सहित अन्य ऐसे विभाग जिनसे मतदाता प्रत्यक्ष तौर पर जुड़े हों, के जरिए गतिविधियां आयोजित करने के लिए कहा। इसके अलावा विभिन्न गैर शासकीय संगठनों, समितियों व फोरम को भी जोड़ते हुए आगामी बैठक में आवश्यक सहयोग लेने पर भी प्रकाश डाला गया। बैठक में जिले में स्वीप कार्यक्रम के लिए पृथक् कैरेक्टर व टैगलाइन तैयार करने विभागों के अधिकारियों व संस्थाओं के प्रतिनिधियों को दायित्व सौंपा गया। बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री ऋषिकेश तिवारी ने भी मतदाताओं को जागरूक करने व शत-प्रतिशत वोटर्स को मतदान केन्द्र में जाकर वोटिंग करने के संबंध में आवश्यक सुझाव दिए। इस अवसर पर नगर निगम के आयुक्त श्री विनय पोयाम, स्वीप के सहायक नोडल अधिकारी शैलेन्द्र गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और गैरशासकीय संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।