छत्तीसगढ़ की भ्रष्ट सरकार ने सीएम शब्द के मायने ही बदल डाले – चंद्रशेखर साहू

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शराब घोटालों को लेकर भाजपाइयों ने दिया महाधरना

वक्ताओं ने रखी राज्य सरकार के घोटालों की फेहरिस्त

धमतरी । 2000 करोड़ के शराब घोटाले का मामला प्रदेश में अब तुल पकड़ने लगा है। भारतीय जनता पार्टी के द्वारा आज प्रदेश के सभी जिलों में भूपेश बघेल के घोटालों के विरोध मे महाधरना दिया गया। कार्यक्रम मे मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व केबिनेट मंत्री एवं पूर्व सांसद चंद्रशेखर साहू ने छ्ग सरकार में लगातार उजागर हो रहे घोटालों पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश में सीएम शब्द के मायने बदल कर कलेक्शन मास्टर हो गया है। कोयले मे वसूली, रेत में वसूली, शराब का घोटाला, गोबर में घोटाला, खनिज का घोटाला नित नये घोटालों मे सरकारी मशीनरी लगी है। ई डी जैसी स्वायत्त संस्था पर आरोप लगाने वाली कांग्रेस का भ्रष्टाचार अब खुल कर जनता के सामने आ चुका है। सरकार पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है। जिलाध्यक्ष ठाकुर शशि पवार ने छ्ग सरकार मे धमतरी जिले सहित पूरे प्रदेश में नशा और अपराध की भयावह स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल के राज में अपराध गढ़ बन चुका है। आये दिन चाकूबाजी, लूट और हत्या की वारदातें हो रही है। घोटालों से त्रस्त जनता की आवाज बन कर भाजपा अब सड़कों पर है। इस सरकार को उखाड़ फेंकने हमारा कार्यकर्ता कृत संकल्पित है। विधायक रंजना साहू ने भूपेश बघेल सरकार को महिला, युवा और गरीब विरोधी होने के साथ साथ किसान विरोधी भी बताया। उन्होंने कहा कि इस सरकार में विकास की कल्पना करना भी बेमानी है।

रामु रोहरा ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार मे आकंठ डूबी हुई है। प्याज की बोरियों के नीचे शराब के कार्टून खुद सरकार के संरक्षण में सप्लाई की जा रही है। पूर्व विधायक इंदर चोपड़ा, श्रवण मरकाम, अर्चना चौबे, भानु चंद्राकर सभी ने भूपेश बघेल को उनके वादे याद दिलाये और उन्हे चेताया कि झूठ और लूट मे लगी इस सरकार का जाना तय है। जनता छ्ग मे विकास के लिए डबल इंजन की सरकार की राह देख रही है। सभा को निरंजन सिन्हा, महेंद्र पंडित, पुष्पेंद्र साहू, दिनेश्वरी नेताम, नरेश सिन्हा, बीथिका विश्वास, प्रेमलता नागवंशी सहित प्रमुख वक्ताओं ने संबोधित किया। संचालन हरख जैन ने किया। आभार प्रदर्शन कविन्द्र जैन ने किया। धरना कार्यक्रम में अरविंदर मुंडी, डेनिस चंद्राकर, श्यामा साहू, नेहरू निषाद, राजेंद्र गोलछा, त्रिलोक जैन, हेमलता शर्मा, सरला जैन, खिलेश्वरी किरण, हेमंत माला, आराधना शुक्ला, होमित लिमजा, कुलेश्वर् चंद्राकर, विजय साहू, हेमंत चंद्राकर, मोहन नाहटा, विजय यदु, मुरारी यदु, उमेश साहू, राजेश गोलछा, विनोद पांडे, शरद चौबे, क्षत्रपाल बैस, बालाराम साहू, कैलाश सोनकर, प्रकाश शर्मा, प्रकाश गोलछा, नागेंद्र शुक्ला, कमल डागा, विकल गुप्ता, डिपेंद्र साहू, दमयंतीन साहू, धनीराम सोनकर, अज्जू देशलहरे, मिथिलेश सिन्हा, कोमल यदु, निलेश लुनिया, सुशीला तिवारी, अमन राव, मोनिका देवांगन, हेमलता यादव, ऋषभ देवांगन, शिवदत्त उपाध्याय, रोहिताश मिश्रा, सुशीला नाहर, रेशमा शेख, नम्रता पवार, सत्यवती नेताम, सूरज शर्मा, राजीव सिन्हा, केवल साहू, प्रियंका सिन्हा, झामित सिन्हा, लता सोनी, चंद्रकला साहू, केशव साहू, राकेश साहू, महेंद्र खंडेलवाल, पिंटू डागा, प्रीतम साहू, बसंत मीनपाल, जितेंद्र पटेल, सुमिता पंजवानी, चित्ररेखा निर्मलकर, सरिता यादव, चिरोंजी साहू, निरंजन साहू, रितु बनपेला, गायत्री सोनी, सरिता यादव, संतोष सोनकर, नील पटेल, दिव्येंद्र ध्रुव, दयाशंकर सोनी, राकेश चंदवानी, संतोष तेजवानी, ईश्वरी नेताम सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।