
गुजराती समाज के परिवारों ने देखी गुजराती चलचित्र “उम्बरों” जो महिलाओ की यात्रा और उनके सामने आने वाली चुनौतियों पर केंद्रित है
गुजराती फिल्म “उम्ब्रो” (जिसे “उम्बरो” भी लिखा जाता है) एक ऐसी फिल्म है जो विभिन्न परिस्थितियों में महिलाओं के संघर्ष और जीत की खोज करती है, जो सामाजिक बाधाओं पर काबू पाने की अवधारणा को उजागर करती है विशेष रूप से उन महिलाओं की यात्रा जो अपने आराम क्षेत्र से बाहर निकलने का विकल्प चुनती हैं।
धमतरी | वर्षों पूर्व धमतरी में गुजराती नाटक का मंचन और गुजराती चलचित्र का प्रदर्शन किया जाता था इस परंपरा को आगे बढ़ाने श्री लोहाणा महाजन धमतरी एवं श्री लोहाणा महिला मण्डल धमतरी द्वारा प्रशांत SRM में गुजराती फिल्म उम्बरों का प्रदर्शन कर गुजराती समाज के परिवारों के लिए गुजराती पारिवारिक चलचित्र दिखाने की पहल की गई इसमें गुजराती समाज के परिवारों ने उत्साह से भाग लिया और 9.00 बजे से थिएटर में समाज की भीड़ उमड़ पड़ी सभी उत्साहपूर्वक इस पल को आत्मसात करने आतुर नज़र आए । थिएटर का माहौल गुजरातमय लग रहा था ।
श्री लोहाणा महिला मण्डल की अध्यक्ष वंदना मिरानी एवं सदस्यों ने फिल्म देखने के बाद फिल्म के बारे में कहा फिल्म का शीर्षक, “उम्ब्रो” (जिसका अर्थ है “दहलीज”) फिल्म सात अलग-अलग कहानियाँ बताती है, जिनमें से प्रत्येक एक महिला की यात्रा और उनके सामने आने वाली चुनौतियों पर केंद्रित है, शीर्षक उन बाधाओं को संदर्भित करता है जिनका सामना महिलाएं अक्सर करती हैं, और फिल्म उस क्षण पर जोर देती है जब वे उस दहलीज को पार करने और आगे बढ़ने का फैसला करती हैं। भले ही यह फ़िल्म बहुत बड़ी न हो, लेकिन इसकी ताकत आम लोगों के संघर्ष और जीत के क्षणों को दर्शाने की इसकी क्षमता में निहित है।
संक्षेप में, “उम्ब्रो” एक गुजराती फ़िल्म है जो महिलाओं की यात्रा पर केंद्रित है, विशेष रूप से व्यक्तिगत और सामाजिक बाधाओं को दूर करने के उनके निर्णय पर दर्शाया गया है। फ़िल्म की ताकत इसकी संबंधित कहानियों और महिलाओ के आराम क्षेत्र से बाहर निकलने के महत्व के बारे में इसके शक्तिशाली संदेश में निहित है।
एक शक्तिशाली संदेश:
यह फ़िल्म महिलाओ की शक्ति और सामाजिक बाधाओं से बाहर निकलने के महत्व की याद दिलाती है। और उन्हें समाज में महिलाओं की भूमिका के बारे में सोचने पर मजबूर करने की फ़िल्म की क्षमता को उजागर करती है।
लोहाना महाजन अध्यक्ष अरुण मिरानी ने इस आयोजन के सहयोग हेतु श्री प्रदीप मिरानी, श्री शरद लोहाना, श्री डॉ उमेश लोहाना, श्रीमती कुंदनबेन राकुंडला, श्री रवीन्द्र लोहाना, श्री परेश तन्ना,श्री कमलेश कोठारी, श्री तुषार राजपुरिया एवं समस्त गुजराती समाज के परिवारों और कार्यकारिणी के सभी सदस्यों जिनके अथक प्रयास से यह आयोजन सफल हुआ सबको बहुत बहुत धन्यवाद दिया।