
धमतरी । गायत्री शक्तिपीठ धमतरी में नवरात्रि पर्व पर गायत्री की उपासना दिनांक 2 अक्टूबर को देव आव्हान एवं दीप प्रज्ज्वलित के साथ देवी स्थापना किया गया । प्रतिदिन आरती सुबह शाम साधन गायत्री यज्ञ आरती चालीसा का आयोजन किया गया । दिनांक 11 अक्टूबर को प्रातः 8:00 बजे से पूर्णाहुति गायत्री यज्ञ विभिन्न संस्कार एवं प्रसाद वितरण किया गया इस कार्यक्रम में गायत्री माता की महत्ता को बताते हुए कहा कि गायत्री की उपासना युक्त सदैव ही फलदाई होती है ।
परंतु गायत्री की विशेष उपासना के लिए दोनों नवरात्रों का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है विशेष फल प्राप्ति के लिए यह महत्वपूर्ण अवसर है जो व्यक्ति अन्य समय साधना नहीं कर पाते वे भी यह प्रयास करते हैं कि नवरात्र पर कुछ न कुछ साधना अवश्य करें इस समय व्यक्ति किसी न किसी प्रकार समय निकाल ही लेते हैं ।वस्तुतः दिन रात के मिलन काल की भांति ऋतुओं का मिलन काल भी कई प्रयोजनों के लिए विशेष माना जाता है। प्रमुख ऋतुएँ दो है ग्रीष्म और शीत । इन दोनों का मिलन काल अश्विन और चैत्र मास के नवरात्र में दो बार आता है इसे ऋतु संध्या कहते हैं । शास्त्रों के अनुसार ऋतुओं की उमंग का यह कल नवरात्र काल आध्यात्मिक साधनाओं के लिए विशेष फलदाई होता है नवरात्र पर शक्ति पाव कल आता है ब्राह्मी शक्ति एक ही है गायत्री इस तीव्रता की तीन धाराएं सरस्वती लक्ष्मी दुर्गा के नाम से प्रसिद्ध है शक्ति साधना की सबसे प्राचीन परंपरा गायत्री उपासना की है दोनों नवरात्रों को गायत्री की विशिष्ट उपासनाओं के लिए सबसे उपयुक्त समय माना जाता रहा है इस हेतु नवरात्रि अनुष्ठान किया गया महापुराण होती है । विद्या संस्कार एक , पुंसवन संस्कार , अन्नप्राशन संस्कार जन्मदिवस संस्कार कराया गया। प्रज्ञा पुत्र शेखन लाल, साहू गजानंद साहू ,माखनलाल साहू, ने मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ सम्पन्न कराया गया । हर्षद मेहता मुख्य ट्रस्टी ,श्रीमती अंजना रणसिंग, श्रीमती खिलेश्वरी किरण सहायक ट्रस्टी , मनोरमा कौशिक , राजकुमार साहू पूर्व जिला समन्वय , प्रांतीय प्रकोष्ठ कौशल प्रसाद साहू , प्रांतीय युवा जिला प्रकोष्ठ श्रीमती लक्ष्मी साहू ,राजू साहू , रामचंद्र मेश्राम , रामपाल कौशिक , जालम सिंह किरण , चंद्रहास साहू , मुरारी राम साहू , चित्तेश साहू , डॉ विकास साहू , यशोदा साहू , प्रमिला साहू , शकुन कश्यप , सरिता सिन्हा , हेम सिंह कंवर , खिलावन श्रीवास , युगेश बंसछोर , गीतिका ताराम सपरिवार , गायत्री साहू , हेमा साहू , सुभाषिनी साहू डॉक्टर प्रदीप कुमार साहू आदि उपस्थित थे ।