Home Latest क्षेत्र  के किसानों की पीड़ा जाननें विधायक पंहुची खेतों में : सदैव...

क्षेत्र  के किसानों की पीड़ा जाननें विधायक पंहुची खेतों में : सदैव किसानों के हित में लड़ाई लड़ने के लिए साथ हूँ -रजना साहू

धमतरी – क्षेत्र में सोमवार की शाम ढलते ही किसानों के फसलों के लिए काल का तूफान बारिश व ओलावृष्टि लेकर आया जो
उनकी तैयार हुई  खड़ी फसल को पूर्णतः बर्बाद व नष्ट कर दिया इससे किसानों की पूरी कमर ही टूट गयी 
कई किसानो ने अपने खेत को देखते ही चिंतित व रोने लगे सर्वाधिक प्रभावित ग्रामीण क्षेत्र में सांकरा बलियारा बोड़रा पूरी के सैकड़ो एकड़ खेत के धान की फसल प्रभावित हुई है अधिकतर खेतो की  स्थिति ऐसी है कि किसान सिर्फ पैरा की ही कटाई कर पाएंगे आज कल औरआज अल सुबह धमतरी विधयाक रंजना दीपेंद्र साहू , पूर्व स्पीकर नगर निगम  राजेन्द्र शर्मा , पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बालाराम साहू चेतन हिन्दुजा, डीपेंद्र साहू ,हुलास राम साहू ,अवध साहू, पूरी सरपंच श्रीमति दुर्गा ध्रुव, सुखदेव ध्रुव ,शोभा साहू ,क्षेत्र  के किसानों के दुख दर्द को समझने खेतो पर पंहुचे साथ ही शासन , प्रशासन के जिम्मेदार लोगों से मांग की है कि आवश्यक कदम उठाकर संकट की घडी में राहत दे किसानों को राहत दी जाए विधायक रंजना साहू ने कहा किसानों तकलीफ को वे भली भांति समझती है वे खुद भी कृषक परिवार से होने के कारण वे फसल चौपट होने की स्थिति में जो किसानों का दर्द है उसके लिए शासन स्तर पर हर संभव सहयोग के लिए सदैव किसानों के हित में आवाज , लड़ाई लड़ेंने के लिए साथ है पूर्व नगर निगम के सभापति स्पीकर राजेन्द्र शर्मा ने कहा किसनों की पीड़ा को समझते हुवे कहा कि ओला वृष्टि ,असमय बारिश से जो हालात उत्पन्न हुवे है उससे किसानों की लागत का लगभग 90 % नुकसान की स्थिति प्रतीत हो रही है देश का संकट हरने वाला अन्नदाता किसान आज खुद संकट की स्थिति में आ गया जो कि चिंता की बात है ,चेतन हिन्दुजा ने कहा कि देश ,प्रदेश वैश्विक महामारी के कारण एक दंश झेलरहा है वंही अन्नदाता के साथ असमय बारिश होने के कारण यह दोहरी मार है, वंही बालाराम साहू ने अन्य कृषको की समस्या को बताते हुवे कहा कि असमय बारिश के पश्चात सिर्फ किसान अपने खेतों में सिर्फ पैरा ही काट पाएंगें


हुलास राम साहू, दिलीप सेन, नकुल ध्रुव, खिलावन यादव, मोती निषाद ,घनश्याम साहू, होरीलाल भागवत साहू, चैनु धृतलहरे कृष्णा साहू समेत अन्य किसानों से मुलाकात कर उनके खेत पंहुच कर उनकी पीड़ा को जाना जिससे उक्त कृषकों की अधिकांशतः फसल नष्ट , बर्बाद हो चुकी है |

error: Content is protected !!
Exit mobile version