धमतरी । केंद्रीय विद्यालय धमतरी के प्रभारी प्राचार्य श्री पी. एल. साहू के कुशल मार्गदर्शन में पुस्तक उपहार उत्सव का आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के वरिष्ठ विद्यार्थियों ने कनिष्ठ विद्यार्थियों को पुरानी पुस्तकें दान में दी | शिक्षक सुरेश देवांगन कार्यक्रम का संचालन करते हुए विद्यार्थियों को नि:स्वार्थ पुस्तक दान कर हरित पर्यावरण बढ़ाने के लिए प्रेरित किया | उन्होने सबको पुराने कॉपी के बचे हुए पन्नों को सिलकर रफ कॉपी बनाकर उपयोग करने भी कहा | पुस्तकालय अध्यक्षा ममता वर्मा ने बताया कि इस वर्ष कक्षा दसवीं के 16 बच्चों ने 160, नवमी के 15 बच्चों ने 165, आठवीं के 24 बच्चों ने 240, सातवीं के 27 बच्चों ने 243, छटवीं के 29 बच्चों ने 290, पाँचवी के 25 बच्चों ने 100, चौथी के 9 बच्चों ने 36, तीसरी के 14 बच्चों ने 56, और कक्षा दूसरी के 22 बच्चों ने 66 पुस्तकें दान में दिए | कक्षा पहली उत्तीर्ण करने वाले 22 बच्चों के द्वारा दान में दी गई 66 पुस्तकें अभी विद्यालय में रखी गई है जिसे कक्षा पहली के नव प्रवेशी विद्यार्थियों को दान में दिया जाएगा | इस प्रकार पहली से नवमी तक उत्तीर्ण होने वाले लगभग 203 बच्चों ने अपने कनिष्ठ विद्यार्थियों को लगभग एक 1422 पुस्तकें उपहार में दिए |
शिक्षिका श्रीमती कविता ने पुस्तक दान की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इससे अप्रत्यक्ष रूप से हम प्रकृति की रक्षा करते हैं क्योंकि पुस्तक दान करके हम प्रतिवर्ष हजारों वृक्षों को कटने से बचातें हैं | उन्होने कहा कि यह एक पुनीत कार्य है और हम सबको पुस्तकों को सम्मान पूर्वक पढ़कर दूसरों को दान देना चाहिए | प्रभारी प्राचार्य पी. एल. साहू ने दान देने और लेने वाले बच्चों एवं उनके अभिभावकों को बधाई देते हुए कहा कि पुस्तक उपहार उत्सव केंद्रीय विद्यालय संगठन का एक अभिनव पहल है जिससे प्रतिवर्ष लाखों वृक्षों को कटने से बचाया जा रहा है | उन्होने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम से न केवल जरूरतमन्द बच्चों को आर्थिक मदद मिलती है बल्कि बच्चों में प्रेम, दान, दया, करूणा, सहयोग आदि मानवीय मूल्यों का भी विकास होता है |
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में एस के गिरि, अमिता मैथ्यू, पवन वर्मा, रीमन लाल, बी आर यादव, योगेश नेताम, हरेन्द्र साहू सहित समस्त स्टाफ का योगदान रहा |