केंद्रीय विद्यालय में मनाया गया राष्ट्रीय शिक्षा दिवस

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केवि ने किया मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को याद

धमतरी। केंद्रीय विद्यालय धमतरी में आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जन्म जयंती राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया गया | कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्राचार्य एवं स्टाफ द्वारा मौलाना जी के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण से हुआ | शिक्षक प्रदीप रावत ने अपने भाषण में मौलाना जी के जन्म, शिक्षा, भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में योगदान पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वे एक प्रसिद्ध कवि, लेखक और पत्रकार भी थे | कार्यक्रम का संचालन करते हुए सुरेश देवांगन ने बताया कि गांधी जी के अनुयायी, हिन्दू मुस्लिम एकता के समर्थक और माँ भारती के सच्चे सपूत को असहयोग आंदोलन में भाग लेने के कारण राँची में जेल की सजा भी भुगतनी पड़ी | मरणोपरांत 1992 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया | विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक श्री पी.एल. साहू ने अपने उद्बोधन में बताया कि स्वतंत्र भारत में पहले शिक्षा मंत्री के रूप में उन्होने 11 वर्षों तक राष्ट्र की शिक्षा नीति का मार्गदर्शन किया |

मौलाना आज़ाद को ही भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान अर्थात आई. टी. आई. और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की स्थापना का श्रेय है | भारतीय संस्कृति और शिक्षा को विकसित करने के लिए उनके द्वारा 1953 में संगीत नाटक अकादमी, 1954 में साहित्य और ललितकला अकादमी जैसे उत्कृष्ट संस्थानों की स्थापना की गई | इस अवसर पर अटल टिकरिंग लैब के प्रभारी शिक्षक बी आर यादव मौलाना आज़ाद कॉलेज ऑफ टेक्नालजी भोपाल से प्रेरित होकर अपनी टीम द्वारा बनाई गई मॉडल का प्रदर्शन किया जो 52 एलईडी लाइट को मिलकर बनाया गया है और जो स्वत: 32 अलग-अलग पैटर्न में जलता है | प्राचार्य डॉ. एस. एस. धुर्वे जी मौलाना को अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए प्रार्थना सभा में उपस्थित समस्त बच्चों एवं शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएँ दी | उन्होने कहा कि नि: शुल्क और अनिवार्य शिक्षा मौलाना आज़ाद का सपना था | वे शिक्षा को बच्चों के सर्वांगीण विकास का माध्यम मानते थे | उन्होने यह भी कहा कि ऐसे महापुरूषों को हमेशा याद किया जाना चाहिए जिसने राष्ट्र के उत्थान के लिए अपना सारा जीवन लगा दिया हो | इस कार्यक्रम को सफल बनाने में एस.के. गिरी, डॉ. अमिता मैथ्यू, हरेन्द्र साहू, पवन वर्मा, योगेश नेताम, रीमन देवांगन सहित समस्त स्टाफ का सहयोग रहा |