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किसान विरोधी बिल लाकर हरित क्रांति को विफल करने की साजिश कर रही मोदी सरकार 

कांग्रेसियों ने गौशाला मैदान के पास किया सत्याग्रह 

धमतरी | प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी ने लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई की जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी  के शहादत दिवस को किसान अधिकार दिवस के रूप में मनाया | गौशाला मैदान  के पास सत्याग्रह  कर केंद्र की  मोदी सरकार द्वारा लाये गए कृषि विधयेक  बिल का विरोध  करते हुए इसे वापस लेने की मांग की | किसान अधिकार दिवस को सम्बोधित करते हुए कांग्रेसियों ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा तीन  किसान विरोधी बिल पास करके हरित क्रांति को विफल करने की साजिश कर रही है। जिसमे किसान उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक 2020, किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन कृषि सेवा विधेयक 2020, आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक 2020 है |

उपरोक्त बिल के विरोध में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर किसान विरोधी बिल को तत्काल वापस लेने की मांग करते हुए भारत गणराज्य के महामहिम राष्ट्रपति के नाम सक्षम अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।  जिला अध्यक्ष शरद लोहाना ने  कहा कि देश के किसानों व कृषि को नष्ट करने के लिए इस बिल का प्रारूप तैयार किया गया है |

बड़ी संख्या में किसान और खेतिहर मजदूर इन कठोर कानूनों का विरोध कर रहे हैं किंतु केंद्र सरकार किसानों पर लाठियां बरसाकर कर उनकी आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है|  कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे  को लेकर सड़क से लेकर सदन से लेकर तक की लड़ाई लड़ रही है | यह आयोजन जिले के सभी विकास खंडों में किया जा रहा है।  पूर्व विधायक हर्षद मेहता, पूर्व पीसीसी सचिव पंकज महावर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष  नीशु  चंद्राकर, अमरदीप साहू , योगेश लाल, विद्या देवी साहू, कृष्णा मरकाम, मनोज साहू , दयाराम साहू, हरमिंदर छाबड़ा, उदित साहू ने भी  कार्यक्रम को संबोधित करते हुए किसान विरोधी बिल को वापस लेने की बात कही। महापौर विजय देवांगन ने इस बिल को किसान विरोधी बताने के साथ  उत्तरप्रदेश हाथरस जाने के दौरान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर हुए हमले को निंदनीय बताया और उपस्थित सभी कांग्रेसजनों  द्वारा इस पर निंदा प्रस्ताव पास किया गया |

नरेश जसूजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी यह लड़ाई तब तक जारी रखेगी जब तक केंद्र सरकार इस बिल को वापस न ले ले|  मंच संचालन जिला पंचायत उपाध्यक्ष नीशु चंद्राकर ने किया गया। आभार जिला अध्यक्ष शरद लोहाना द्वारा किया गया| इस दौरान शरद लोहाना अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी धमतरी), कांति  सोनवानी अध्यक्ष जिला पंचायत धमतरी, नीशु चंद्राकर उपाध्यक्ष जिला पंचायत धमतरी, शारदा देवी साहू अध्यक्ष जनपद पंचायत कुरुद, कैलाश  प्रजापति (ब्लॉक अध्यक्ष बेलरगांव), राजेश साहू, अमरदीप साहू, प्रमोद साहू, नरेश जसूजा, योगेश लाल, जानसिंग यादव, सूर्यप्रभा चेटियार, सुमन साहू, कुसुमलता साहू, आलोक जाधव, सलीम रोकड़िया, भरत नाहर,  देवेन्द्र जैन, अरुण चौधरी, देवेन्द्र अजमानी, राजेश चंद्राकर, गौरीशंकर  पांडे , मनोज साहू, धानीराम साहू,  तारिणी चन्द्राकर, होमेन्द साहू, राजू साहू, तनवीर कुरैशी, ईस्वर देवांगन, आकाश  गोलछा,  तिलक सोनकर, रफीक इत्रवाले, विक्रांत शर्मा, संतोषी निषाद, इसेलाल साहू शंकर गली ,  अशरफ  रोकड़िया, , गिरीश साहू, गुरु गोपाल गोस्वामी,  चंदूलाल चंद्राकार ,रामस्वरूप साहू, पदम लाल साहू, धनेश्वर साहू, हेमंत साहू, मुकेश कुमार, भागी निषाद, तरुण रॉय,  घासी साहू, मुकेश कुमार यादव, राजेंद्र यादव, संतोष साहू, लखन देवांगन मनीष साहू, योगेश साहू, प्रीतम सिन्हा ,मान सिंह ध्रुव, शिवदयाल साहू, संतोष प्रजापति, अशोक कुमार साहू, रानी,  चंदन बाफना सोमनाथ साहू, प्रवीण कोसरे, राम चंद्र साहू, अविनाश, नानू राम नेताम, प्रीतम सोनकर, गोकर्ण चंदेल, आशुतोष हरे, कुणाल यादव, उल्हास राम, रूप सिंह साहू, डॉ बच्चन, नवलराम, सहदेव राम, सुखराम, सुंदर, धर्मपाल साहू, उत्तम साहू, रामप्यारी साहू, तारा, रुद्रनाथ साहू, रोशन चंद्राकर, कलीराम साहू, रामलाल तारक, मोहन तारा, डिगेंद्र तारा, देशबंधु, जितेंद्र देवांगन, खिलेंद्र साहू, खूब लाल साहू, मोहित देवांगन, टिकेंद्र गजेंद्र, परमेश्वर साहू, अनिल सागर, मनोज कुमार ध्रुव, जयशंकर, धर्मेंद्र कुमार, लोकेंद्र कुमार दास रविंद्र जैन,  शशि भूषण भारती, राम कुमार, सरोज पुखराज साहू, किशोर साहू सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी उपस्थित रहे|

कार्यक्रम का शुभारम्भ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल, पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के  छायाचित्र पर माल्यार्पण कर किया गया।  सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को हुआ था। सरदार पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा आजाद भारत के पहले गृहमंत्री थे।  स्वतंत्रता की लड़ाई में उनका महत्वपूर्ण योगदान था, जिसके कारण उन्हें भारत का लौह पुरुष भी कहा जाता है। इंदिरा गांधी के भीतर गजब की राजनीतिक दूरदर्शिता थी। इंदिरा का जन्म 19 नवंबर, 1917 को हुआ। पिता जवाहर लाल नेहरू आजादी की लड़ाई का नेतृत्व करने वालों में शामिल थे। वही दौर रहा, जब 1919 में उनका परिवार बापू के सानिध्य में आया और इंदिरा ने पिता नेहरू से राजनीति का ककहरा सीखा। वे एक अजीम शख्यियत थीं।

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