
धमतरी जिले में उद्योग और व्यापार की अपार संभावनाएं : कलेक्टर श्री मिश्रा
धमतरी | कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा की अध्यक्षता में स्थानीय होटल में “उद्योग-बैंकर्स संवाद” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला रैम्प (RAMP) योजना के अंतर्गत सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME), महिला उद्यमी, स्व-सहायता समूह (SHG) तथा कारीगरों को बैंक ऋण, वित्तीय योजनाओं एवं सरकारी सहायता से जोड़ने के उद्देश्य से आयोजित की गई। कलेक्टर श्री मिश्रा ने कहा कि धमतरी जिले में उद्योग और व्यापार की अपार संभावनाएं हैं। जिले को जल्द ही बड़ी रेल सेवा से जोड़ने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है, जिससे परिवहन की सुविधा में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। वर्तमान में राष्ट्रीय राजमार्ग तो बन ही चुका है, वहीं निकट भविष्य में हाईस्पीड एक्सप्रेस वे और औद्योगिक कॉरिडोर के माध्यम से जिले को पड़ोसी राज्यों के महानगरों और बंदरगाहों से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि धमतरी में जलस्रोतों की भरपूर उपलब्धता है – यहां छोटे-बड़े डेम हैं, जो उद्योगों को आवश्यक जल आपूर्ति सुनिश्चित करते हैं। जिले में उत्पादित सामग्री को सड़क, रेल और समुद्री मार्ग से देश के अन्य हिस्सों और विदेशों तक भेजने की व्यापक संभावनाएं हैं। विशाखापटनम बंदरगाह की दूरी घटकर 5-6 घंटे होने से निर्यात की दिशा में भी नए द्वार खुलेंगे।
कलेक्टर ने यह भी कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में तेजी से सुधार हो रहा है। पक्की सड़कों से अब दूरस्थ अंचलों में भी बारहमासी आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो गई है, जिससे विकास की मुख्यधारा हर गांव और जन तक पहुँच रही है। उन्होंने नए उद्यमियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया । कार्यशाला में जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री इंद्रकुमार टिलवानी, प्रमुख बैंक जैसे भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा आदि के अधिकारी, स्टार्टअप प्रतिनिधि, महिला उद्यमी, डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स पर्सन, विभिन्न विभागों के अधिकारी, औद्योगिक संगठन पीएमएफएमई और पीएमईजीपी योजनाओं के लाभार्थी और स्थानीय उद्यमी भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे । बैंक अधिकारियों ने उपस्थित उद्यमियों को मुद्रा योजना, CGTMSE, स्टार्टअप लोन सहित विभिन्न ऋण और वित्तीय योजनाओं की जानकारी दी। उद्यमियों को प्रत्यक्ष संवाद का अवसर मिला, जिसमें उन्होंने अपने व्यवसायिक समस्याएं साझा कीं। मौके पर ही कई ऋण प्रस्तावों पर प्राथमिक कार्यवाही की गई। जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के प्रबंधक श्री प्रशांत चंद्राकर ने कहा कि इस प्रकार के संवाद कार्यक्रम MSME क्षेत्र को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल हैं। भविष्य में भी इस तरह के आयोजन किए जाएंगे। उन्होंने सभी बैंक अधिकारियों, उद्यमियों एवं विभागीय प्रतिनिधियों को आभार प्रकट किया।