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कलयुग में मानव कल्याण के लिए घर घर में प्रभु श्रीराम रुपी विचारों को स्थापित करना आवश्यक : रंजना साहू

धमतरी अधारी नवागांव वार्ड में आयोजित दो दिवसीय मानस सम्मेलन में शामिल हुई विधायक रंजना डीपेंद्र साहू

धमतरी ।  आधारी नवागांव वार्ड क्रमांक 8 में भव्य दो दिवसीय मानस सम्मेलन का आयोजन बोल बम युवा समिति एवं मित्र मंच रामायण समिति के तत्वाधान में समस्त वार्डवासियों के सहयोग से आयोजित हुई, जिसमें 26 नवंबर शनिवार एवं 27 नवंबर रविवार को अंचल के विभिन्न मानस मंडलियों के द्वारा प्रभु श्री रामचंद्र जी की कथा का वर्णन किए, समापन अवसर पर क्षेत्र की विधायक रंजना डीपेंद्र साहू मुख्य अतिथि के रुप में सम्मिलित हुई। विधायक की उपस्थिति में क्षेत्र की बहुचर्चित मंडली संतकृपा मानस मंडली बालोद के द्वारा माधुर्यमय संगीतमय से मंच को शोभायमान कर रहे थे। अतिथियों का स्वागत सम्मान पुष्पगुच्छ भेंट कर तिलक लगाकर समिति द्वारा किया गया।श्रीराम कथा श्रवण करने के उपरांत विधायक ने मंचस्त समस्त श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि रामायण जीवन जीने की कला सिखाता है, रामायण के एक-एक पात्र महान हैं। रामायण मानव को संस्कारों के साथ जीने की कला सिखाता है। विधायक ने आगे कहा कि भगवान श्रीराम का नाम ऐसी औषधि है, जो बुरे व्यक्तित्व को बदल देती है, रामायण की शिक्षा जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास प्रत्येक व्यक्ति को करना चाहिए, गृहस्थ को अपने परिवार से और समस्त मानव जाति को सबके साथ अच्छा व्यवहार करना सीखना है तो रामायण का अध्ययन करना चाहिए। विधायक श्रीमती साहू ने कहा कि त्रेता युग में एक ही रावण था, परन्तु कलियुग में प्राय: परिवार में रावण प्रवृति के लोग वास कर रहे हैं। ऐसे लोगों को रामायण का पाठ करने के लिए कहना चाहिए। ताकि उनके अंदर के दुर्विचार का नाश हो। कलियुग में मानव के कल्याण के लिए घर-घर में राम रूपी विचारों को स्थापित करना होगा, आज इंसान शारीरिक कष्ट के साथ ही पारिवारिक कष्ट से भी दु:खी है।

अगर मनुष्य रामायण का श्रवण कर उसमें निहित जीवन चरित्र रूपी दर्शन को अपने जीवन में उतारे तो बदलाव आ सकता है। रामायण की कथा दु:ख हरिणी के साथ सुखकरणी भी है। रामायण में प्रभु श्रीराम का चरित्र यह सिखाता है कि परिवार में मां, बाप और भाई के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए इसलिए हमें इसे अपने जीवन में उतारना चाहिए। इस अवसर पर मुख्य रूप से रेशमा शेख, शरद साहू, गोविंद फुटान, संतोष साहू, चिंटू बघेल, रामदेव,साहू, राहुल बोरकुटे,गगन दीदी, संत्रमा सोनवानी, रामचरण साहू, संजू साहू, नीलेश साहू, मीना साहू, रवि फुटान, खिलावन साहू, चंद्रिका साहू, गुहराम साहू, भगबली साहू, आकाश यादव, योगेश साहू, नरोत्तम साहू, मनीष साहू, सावित्री धुरुवंशी, दुलारी साहू, वीरेंद्र साहू, गोदावरी साहू सहित बड़ी संख्या में श्रीराम चरित मानस कथा श्रवण करने श्रोतागण उपस्थित रहे।

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