ऑपरेशन सिंदूर से बचा नारी का स्वाभिमान – कविंद्र जैन

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बहुआयामी था अहिल्या बाई का व्यक्तित्व – शशि पवार

एक देश एक चुनाव से मिलेगी विकास को गति – अरुण सार्वा

धमतरी | भारतीय जनता पार्टी मंडल भोथली की मंडल स्तरीय संगोष्ठी ग्राम छाती में संपन्न हुई। गोष्ठी में अहिल्या बाई होल्कर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा के साथ साथ ऑपरेशन सिंदूर एवं एक देश एक चुनाव पर भी वक्ताओं ने अपने विचार रखे। रानी अहिल्या बाई होल्कर के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शशि पवार ने बताया कि रानी होल्कर का व्यक्तित्व बहुआयामी था। उन्होंने अपने 30 वर्ष से अधिक के शासनकाल में राज्य के उत्थान के लिए हर क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया। प्रजा से सतत संवाद, सबके लिए समान न्याय, अन्य राज्यों से कूटनीतिक संबंध, धार्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों को सहेजने जैसे सभी कार्यों के साथ साथ नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया। चारों धाम, बारह ज्योतिर्लिंगों सहित अनेक धार्मिक धरोहरों का निर्माण एवं जीर्णोद्धार कराकर उन्होंने देश को जोड़ने का काम किया। मुख्य वक्ता के रूप में भाजपा जिला उपाध्यक्ष कविंद्र जैन ने कहा कि विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता एवं भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कार्यशैली भी रानी अहिल्या बाई से बहुत अधिक प्रेरित है। उन्होंने भी देश के धार्मिक धरोहरों को नई पहचान दी। हर क्षेत्र में भारत का स्वाभिमान बढ़ाया है। पाकिस्तान से आए आतंकियों ने देश की नारियों का सिंदूर उजाड़ कर चुनौती दी। जिसका बदला भारत ने पहले सिंधु जल समझौता समाप्त कर तथा उसके बाद ऑपरेशन सिंदूर चला कर लिया। आजादी के बाद पहली बार भारत ने पाकिस्तान के घर में घुस कर आतंकियों के लगभग सभी बड़े ठिकानों को नेस्तनाबूद किया। आतंकियों के बचाव में आई पाकिस्तान सेना के हर हमले को भारत की रक्षा प्रणाली ने बखूबी विफल किया। जवाबी कार्यवाही में भारत ने पाकिस्तान की न सिर्फ रक्षा प्रणाली को ध्वस्त किया अपितु उस के अनेक बड़े एयरबेस और सैन्य ठिकानों को लक्ष्य बनाकर सटीक हमला किया। केवल 3 दिनों में पाकिस्तान को हमने बता दिया कि भारत अब मर मिटने वाला भारत नहीं बल्कि मारने और मिटा देने वाला भारत बन चुका है। गोष्ठी को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा ने अहिल्या बाई होल्कर की न्याय परायणता से जुड़े कुछ वृतांत सुनाये। एक कुशल शासक के रूप में उनकी नीतियों की चर्चा की साथ ही उन्होंने एक देश एक चुनाव की आवश्यकता पर भी अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि देश की सरकारों का लगभग 40% समय या तो चुनाव कराने में या आचार संहिता लगने से बाधित होता है। वर्तमान समय में चुनावों में होने वाला खर्च अत्यधिक होने के कारण देश पर भारी आर्थिक बोझ भी पड़ता है। इन सभी नुकसानों से देश को बचाने के लिए और विकास की गति को और अधिक तेज करने के लिए एक देश एक चुनाव की व्यवस्था बहुत जरूरी है। जिससे भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगाने में मदद मिलेगी। मंडल अध्यक्ष मिश्री पटेल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में संगठन के कार्यों के विषय में विस्तार से बताया। संचालन महामंत्री आनंद मेश्राम ने किया। मंच पर किसान मोर्चा के जिला महामंत्री रोहिताश मिश्रा, शिक्षा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक बसंत गजेंद्र, जिला पंचायत सदस्य धनेश्वरी साहू, जनपद उपाध्यक्ष केशव साहू, जनपद सदस्य दिनेश्वरी साहू, मंडल महामंत्री निरंजन साहू, तारेन्द्र चंद्राकर, हुलास राम साहू, पूर्णिमा बनपेला, यतीश भूषण श्रीवास्तव, प्रीतम साहू, संतोष बल्ला चंद्राकर, राजेश चंद्राकर, विजय चंद्राकर कांन्तु साहू, बली राम साहू, जीवन साहू, हिमांशु साहू, जीवन लाल सोनवानी, गजानंद चंद्राकर, नरोत्तम साहू, पारसमनी साहू, रोशन साहू, ललित साहू, रीतू साहू, रुखमणि सेन, मोनिका साहूसहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।