नयी दिल्ली । दो बार की स्वर्ण पदक विजेता कोनेरू हम्पी और कांस्य पदक विजेता द्रोणावल्ली हरिका 23 सितंबर को हांगझोउ में शुरू होने वाले एशियाई खेलों में 10 सदस्यीय भारतीय शतरंज टीम की अगुवाई करेंगी।
पुरुष वर्ग में विदित गुजराती और युवा अर्जुन एरिगैसी और महिला वर्ग में हम्पी और हरिका व्यक्तिगत श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
पुरुष टीम में ग्रैंडमास्टर डी गुकेश, गुजराती, एरिगैसी, पी हरिकृष्णा और आर प्रगानानंद शामिल हैं जबकि महिला टीम में हंपी, हरिका, आर वैशाली, वंतिका अग्रवाल और सविता टीम स्पर्धा में चुनौती पेश करेंगी।
सभी खिलाड़ी हाल ही में ग्लोबल शतरंज लीग (जीसीएल) में मुश्किल चुनौती का सामना कर के आ रहे है। इस स्पर्धा में उन्हें दुनिया के कुछ महानतम शतरंज खिलाडिय़ों से शीर्ष स्तर की प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा, जिसमें नॉर्वे के पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन भी शामिल थे।
टीम की घोषणा रविवार को कानपुर में अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) की आम सभा की बैठक के दौरान की गई, जिसकी अध्यक्षता इसके अध्यक्ष संजय कपूर ने की।
छत्तीस साल की हंपी टीम की सबसे अनुभवी खिलाड़ी है। उन्होंने 2006 के दोहा एशियाई खेलों में महिला व्यक्तिगत और मिश्रित टीम का स्वर्ण पदक जीता था। टीम में अन्य एशियाई खेलों की पदक विजेता हरिका हैं, जिन्होंने ग्वांगझोउ में 2010 सत्र में व्यक्तिगत कांस्य पदक जीता था।
शतरंज 2014 इंचियोन और 2018 जकार्ता खेलों का हिस्सा नहीं था।
भारतीय टीम:
पुरुष: डी गुकेश, विदित गुजराती, अर्जुन एरीगैसी, पी हरिकृष्णा और आर प्रज्ञानानंद।
महिलाएं: कोनेरू हम्पी, डी. हरिका, आर वैशाली, वंतिका अग्रवाल और सविता श्री।