
धमतरी | नगर निगम धमतरी द्वारा शनिवार को एक बार फिर पीडी नाले की गहराई से सफाई की गई, जिसमें लगभग 5 ट्रैक्टर गाद और प्लास्टिक जैसी झीली गंदगी निकाली गई। महापौर रामू रोहरा स्वयं मौके पर मौजूद रहे और उन्होंने पूरे कार्य को मॉनिटर किया। साथ ही MIC सदस्य नीलेश लूनिया, अखिलेश सोनकर, विभा चंद्राकर भी मौके पर मौजूद रहे। इन जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ क्षेत्र के कई सम्माननीय नागरिकों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
सफाई अमले ने पूरी सेफ्टी गियर पहनकर सफाई कार्य को दिया अंजाम सफाई अभियान के तहत नाले में उतरे निगम कर्मचारी पीले हेलमेट, सेफ्टी सूट और ग्लव्स पहने हुए थे। गंदगी से लबालब भरे नाले में उतरकर उन्होंने प्लास्टिक, रैपर, पॉलिथीन व अन्य ठोस अपशिष्ट सामग्री को बाहर निकाला। इसके अलावा दमकल वाहन की सहायता से पाइप के जरिए पानी डालकर जमे हुए कचरे को ढील किया गया ताकि गाद को बाहर निकाला जा सके। महापौर की सख्त अपील महापौर ने शहर के नागरिकों से अपील की, नालियां पानी की निकासी के लिए होती हैं, न कि कूड़ादान समझकर भरने के लिए। सभी नागरिक अपने-अपने घर और दुकानों से निकलने वाले कचरे को कूड़ेदान में ही डालें। सफाई कर्मियों की मेहनत तभी सार्थक होगी, जब शहरवासी भी ज़िम्मेदारी से सहयोग करेंगे।आयुक्त प्रिया गोयल ने कहा कि सफाई के दौरान यह साफ तौर पर देखा गया कि स्थानीय लोगों द्वारा नालियों में कचरा फेंका जा रहा है, जिससे नालियों का बहाव पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है। नालियों को कूड़ेदान बना देना एक चिंताजनक स्थिति बनती जा रही है, जिससे न केवल जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है, बल्कि गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। एक दुकानदार पर नाले में कचरा फेंकने के आरोप में 5000 रुपये का जुर्माना लगाया गया।