ईदुल अजहा के मौके पर हजारों हाथ उठे देश में अमन- चैन और खुशहाली की दुआ के लिए

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धमतरी. खुशनुमा मौसम में मुस्लिम भाईयों ने बड़े खुलूस और मोहब्बत के साथ त्याग और बलिदान का पर्व ईद-उल-अजहा को मनाया। ईदगाह और जामा मस्जिद मे विशेष नमाजें अदा की गई, जिसमें मुल्क-ए-हिन्द में अमन-चैन और खुशहाली के लिए दुआ मांगी गई।

मौसम में उतार-चढ़ाव को देखते हुए रविवार को सुबह 6 बजे सबसे पहले ईदुल-अजहा की नमाज जामा मस्जिद में हुई। यहां पेश ईमाम मुफ्ती गुलाम यजदानी ने नमाज पढ़ाई। इसके बाद सुबह करीब 10 बजे ईदगाह में हाफिज तौहीद रजा ने इस विशेष नमाज को पढ़ाया। जामा मस्जिद के पेश इमाम मुफ्ती गुलाम यजदानी ने फरमाया कि अल्लाहताला अपने हर नेक बंदे का इम्तिहान लेता है। हजरतें इब्राहिम से उनकी इकलौती औलाद की कुर्बानी पेश करने का हुक्म देकर उनका इम्तिहान लिया गया, जिसमें वे कामयाब हुए।

उन्होंने आगे कहा कि हर पर्व आपसी प्रेम और सद्भावना का संदेश देता है। हम सभी को एक-दूसरे के मजहब और उसकी परंपराओं का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इस्लाम अल्लाहताला की तमाम मख्लुकात से मोहब्बत करने का दर्श देता है। हनफिया मस्जिद के पेश ईमाम मौलाना ताहीद आलम रजा ने ईदगाह में अपनी नूरारी तकरीर में फरमाया कि इस्लाम का इतिहास कुर्बानियों से भरा हुआ है। इनमें एक बेमिसाल कुर्बानी अल्लाहताला के हुक्म से हजरत इब्राहिम अलैही इस्लाम द्वारा अपने फर्जन्द हजरत इस्माईल अलैही सलाम की पेश की गई कुर्बानी भी है।

उन्होंने कहा कि आज के इस दौर में लोग दिखावा करने लगे है, जो कि ठीक नहीं है। अल्लाहताला की राहत में खुलूस और मोहब्बत से पेश की गई कुर्बानी कबूल होती है। सलातो सलाम पेश करने के बाद मुस्लिम भाईयों ने एक-दूसरे से मिलकर मुबारकबाद दी। इसके बाद कब्रस्तान में जाकर अपने बुजुर्गों की कब्र में फातिहा पढ़कर उनकी मगफिरत के लिए दुआएं खैर की। इस मौके पर अंजुमन इस्लामिया कमेटी के सदर हाजी नसीम अहमद, सैय्यद अशफाक हाशमी,हाजी अय्यूब निर्माण, नूर मोहम्मद मेमन, सलीम नबी, अशरफ रोकडिय़ा, परवेज अनवर, मो. शाह अहमद, दिलावर रोकडिय़ा, अब्दुल रज्जाक रिजवी, युसूफ रजा, फरीद खान, हसरत अली, सलीम गौस, वसीम कुरैशी, हाजी अमीन, मो. जुनैद, मो. सलाम गोंड़, डा. इकबाल परवेज, सलीम रोकडिय़ा, शाहिद रजा, मो.वसीम खिलची, मो. याकूब तंवर, दारा भाई, जुनैद बेलीम, मोहसीन रजा, आदिल कुछावा, नजीर अहमद सिद़्दीकी, अहमद रजा, हनीफ गोंड़, जुनैद रिजवी, जावेद समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। ईदुल अजहा पर्व के मद्देनजर स्थानीय प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर के सभी मस्जिदों में विशेष पुलिस बल तैनात किया था। इस मौके पर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
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