
व्यक्ति को हमेशा धर्म के मार्ग पर चलकर समाज की सेवा करना चाहिए : मनोज दुबे
धमतरी। शहर के आमापारा के गणेश चौक में जय बजरंग जस परिवार की ओर से आयोजित श्रीमद भागवत कथा में पंडित मनोज दुबे ने शनिवार को श्री कृष्णजी की बाल लीलाओं का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को हमेशा धर्म के मार्ग पर चलकर समाज सेवा में लोगों को आगे आना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि मानव जब इस संसार में पैदा लेता है तो चार व्याधि उत्पन्न होते हैं। रोग, शोक, वृद्धापन और मौत मानव इन्हीं चार व्याधियों से धीर कर इस मायारूपी संसार से विदा लेता है। सांसारिक बंधन में जितना बंधोगे उतना ही पाप के नजदीक पहुंचेगा। इसलिए सांसारिक बंधन से मुक्त होकर परमात्मा की शरण में जाओ, तभी जीवन रूपी नैय्या पार होगी। आज के दौर में परेशानी और अविश्वास बढ़ता जा रहा है। इससे समाज में खींचतान, स्वार्थ, लोभ, दुख, पतन, विकृतियों का अम्बार लगा हुआ है।
भगवान श्रीकृष्ण की माखन चोरी की कथा सुनाते हुए पंडित मनोज दुबे ने कहा कि जब श्रीकृष्ण भगवान पहली बार घर से बाहर निकले तो उकनी बृज से बाहर मित्र मंडली बन गई। सभी मित्र मिलकर रोजाना माखन चोरी करने जाते थे। सब बैठकर पहले योजना बनाते, किस गोपी के घर माखन की चोरी करनी है। श्रीकृष्ण माखन लेकर बाहर आ जाते और सभी मित्रों के साथ बांटकर खाते थे। भगवान बोले जिसके यहां चोरी की हो उसके द्वार पर बैठकर माखन खाने में आनंद आताहै। माखन चोरी की लीला का बखान करते हुए उन्होंने भगवान श्रीृष्ण के बाल रूप का सुंदर प्रकार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण बचपन में नटखट थे। इस मौके पर मुख्य जजमान राजू चौबे दंपत्ति, गोपाल यादव दंपत्ति, देवेन्द्र यादव पिंकी, गोलू यादव, शरद पटेल, दिलीप पटेल, लक्ष्मीनारायण नाग, देवेन्द्र मीनपाल, पुरण नाग, रिक्कू यादव, पंकज नाग, गोपाल पटेल, गब्बर पटेल, भोला विश्वकर्मा,महेन्द्र विश्वकर्मा, अमित खटवानी, बिन्दू पटेल, हेमंत नाग, देवनारायण यादव, श्यामलाल यादव, केशव पटेल, ममता यादव, चन्द्रिका यादव, आशा ध्रुव, भगवती, चित्रा यादव, ललिता यादव, प्रेमलता यादव समेत बड़ी संख्या में वार्डवासी शामिल थे।