धमतरी l 22 फरवरी महापौर विजय देवांगन ने जैन गुरुओं के ब्रम्हलीन व देवलोक गमन होने पर उन्हें भाव पूर्वक श्रद्धाजंलि दी है। महापौर श्री देवांगन ने कहा कि श्रद्धेय गुरुवर आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज का समाधी पूर्वक ब्रम्हलीन होना, आचार्य श्री दौलतसागर जी के देवलोक गमन एवं पूज्य महासती मौलिकपूर्णा जी म.सा. का दुर्घटना से देवलोक गमन संपूर्ण विश्व के लिए अपूरणीय क्षति है।
विश्व कल्याण के लिए जैन गुरुओं का समर्पण अविस्मरणीय है। गुरुजन मनुष्यो के कष्टो का हरण करने वाले उन्हें अपने ईष्ट से मिलाने वाले उनके अभीष्ट की पूर्ति करने वाले तीर्थ स्वरुप होते है। गुरुजनों की शिक्षा सदैव हम सभी को मानव कल्याण व प्राणी सेवा की प्रेरणा देती है। उनका तपस्यापूर्ण जीवन हम सभी का सदैव पथ प्रदर्शक बना रहेगा। उनके चरणो में कोटि कोटि नमन।