अभियंता दिवस पर महापौर, सभापति, नेता प्रतिपक्ष एवं अधिकारी,कर्मचारियों ने विश्वश्ररैया को किया याद

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धमतरी | इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्मदिन के मौके पर अभियंता दिवस नगर निगम के अभियंताओं द्वारा मनाया गया। जिसमे महापौर विजय देवांगन,सभापति अनुराग मसीह,आयुक्त विनय कुमार,नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा शामिल हुए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर प्रारंभ किया। महापौर ने कहा देश प्रदेश के विकास में इंजीनियर्स के योगदान पर प्रकाश डालते हुए भारत रत्न इंजीनियर मोक्षगुंडम के आदर्शों पर प्रकाश डाला गया।क्योंकि नगर के अभियांत्रिकी द्वारा शहर के निर्माण कार्यों में अमूल्य योगदान में होने के नाते अपने जीवन में प्रतिदिन की दिनचर्या के अतिरिक्त अपना अधिक से अधिक योगदान समाज एवं देश के विकास में समर्पि करते है। उन्होंने कहा कि जब विश्वेश्वरैया जी केवल 32 वर्ष के थे। उन्होंने सिंधु नदी से सुक्कु र कस्बे को पानी की पूर्ति भेजने का प्लान तैयार कि या जो सभी इंजीनियरों को पसंद आया।

उस समय राज्य की हालत काफी कमजोर थी। विश्वेश्वरैया जी लोगों की आधारभूत समस्याओं जैसे अशिक्षा,गरीबी,बेरोजगारी, बीमारी आदि,फैक्टरियों का अभाव,सिंचाई के लिए वर्षा जल पर निर्भरता तथा खेती के पारंपरिक साधनों के प्रयोग के कारण समस्याएं को लेकर भी चिंतित थे।इन समस्याओं के समाधान के लिए विश्वेश्वरैया ने इकॉनोमिक कॉन्फ्रेंस के गठन का सुझाव एवं मैसूर के कृष्ण राजसागर बांध का निर्माण कराया। कृष्णराजसागर बांध के निर्माण के दौरान देश में सीमेंट नहीं बनता था,इसके लिए इंजीनियरों ने मोर्टार तैयार कि या जो सीमेंट से ज्यादा मजबूत था।
सभापति अनुराग मसीह ने कार्यक्रम में अभियंता दिवस की शुभकामनाएं देते हुये कहा कि इंजिनियर मतलब तकनीकि अधिकारी,जिसका मुख्य कार्य निर्माण करना हैै। किसी भी कार्य की प्रसांगिकता होनी चाहिये, मतबल यह है कि जो भी कार्य हम करे उसका लाभ लंबे समय तक मिले। वह कार्य दिखे उसका लाभ मिले जिसके आधार पर लोग उसको याद रखे। आयुक्त विनय पोयम ने कहा कि श्री विश्वेस्वरैय्या एक ऐसे ही इंजिनियर थे जिन्होंने अंग्रेज शासन के समय ऐसे कार्य किये जिसे अंग्रेज भी मानते थे और इसी कारण उन्हें भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न दिया गया था। उन्ही की याद में हम आज अभियंता दिवस मना रहे है। हम सबको आज के इस महान दिवस पर संकल्प लेकर उनका अनुसरण कर कार्य करना चाहिये, ताकि लोग हमे भी याद रख सके, तभी अभियंता दिवस मनाने की सार्थकता है।
नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहर ने कहा कि एक सौ एक वर्ष का यशस्वी जीवन जीने वाले मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया सदैव भारतीय आकाश में अपना प्रकाश बिखेरते रहेंगे। भारत सरकार द्वारा 1968 ई. में डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जन्म तिथि को ‘अभियंता दिवस’ घोषित किया गया था। तब से हर वर्ष इस पुनीत अवसर पर सभी भारतीय अभियंता एकत्रित होकर उनकी प्रेरणादायिनी कृतित्व एवं आदर्शो के प्रति श्रद्धा-सुमन अर्पित कर अपने कार्य-कलापों का आत्म विमोचन करते हैं और इसे संकल्प दिवस के रूप में मनाने का प्रण लेते हैं। संकल्प अपने दायित्वों एवं कर्तव्यों का समर्पित भाव से निर्वहन करते हैं।
इस अवसर पर एमआईसीसदस्य राजेश पांडे,पार्षद दीपक सोनकर,कार्यपालन अभियंता राजेश पदमवार,सहायक अभियंता विजय मेहरा,उप अभियंता कामता नागेंद्र,कमलेश ठाकुर,लोमश देवांगन,नमिता नागवंशी,वेद प्रकाश साहू,मनीष साहू,राजस्व अधिकारी निखिल चंद्राकर,लेखापाल रमेश कुमार शर्मा,मिशन मैनेजर शशांक मिश्रा, सहित अधिकारी,कर्मचारी गण उपस्थित थे।