नॉन रेसिडेंस गुजराती एसोशिएशन के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, कहा अन्य राज्यों में फंसे लोगों को वापस लाने की अनुमति दे सरकार
धमतरी | कोरोना महामारी से देश व देशवासियों की सुरक्षा के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है। जिसके चलते बहुत से ऐसे लोग हैं जो अन्य राज्यों व शहरों में बहुत से लोग रुके हुए हैं। छत्तीसगढ़ के भी कई लोग हैं जो अन्य राज्यों में रुके हुए हैं।
इसी के तहत नॉन रेसिडेंस गुजराती एसोशिएशन के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी एवं गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणि जी को पत्र लिखकर गुजरात एवं छत्तीसगढ़ राज्य के प्रवासरत लोगों को वापस उनके मूल राज्य व शहर भेजने के लिए पत्र लिखकर मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षण किया है।
देवजी भाई पटेल ने अपने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ राज्य के चंपारण तीर्थ स्थल में गुजरात के 95 लोग लॉकडाउन के चलते वापस अपने प्रदेश नही जा पा रहे हैं वही छत्तीसगढ़ के 100 लोग हैं जो गुजरात में चिकित्सा एवं अन्य निजी कारणों से रुके हुए हैं जिसमें महिलाएं, बुजुर्ग एवं बच्चे शामिल हैं।
उक्त दोनों परिस्थितियों को संज्ञान में लेते हुए प्रभावित लोगों और सामाजिक जिम्मेदारों के अनुरोध पर प्रभावितों को विशेष बस सुविधा के माध्यम से उनके घर वापसी आने-जाने की अनुमति अपेक्षित है। उन्होंने पत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी एवं विजय रूपाणी जी से अनुरोध करते हुए कहा है कि यह प्रयास गुजरात एवं छत्तीसगढ़ सरकार आपसी सहमति के साथ अनुमति प्रदान करें तो यह प्रयास सार्थक हो सकता है।
नॉन रेसिडेंस गुजराती एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के कोषाध्यक्ष प्रीतेश गांधी ने कहा कि दोनों प्रदेश के सार्थक प्रयास और अनुमति से गुजरात व छत्तीसगढ़ दोनों प्रदेश के निवासियों की सहायता होगी और जो लोग पिछले लगभग एक माह से अपने परिवार व घर से दूर हैं तथा कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं उन्हें एक सकारात्मक सहयोग मिलेगा और अन्य राज्यों व शहरों में रुके लोग अपने घर, अपने परिवार तक पहुंच सकें।