
हर शुक्रवार-शनिवार खुल रही विज्ञान वाटिका, बढ़ रही विद्यार्थियों की रुचि, अब तक 500 से अधिक विद्यार्थियों ने किया विज्ञान वाटिका का शैक्षणिक भ्रमण
धमतरी | विज्ञान के लोकव्यापीकरण और विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। पं. रविशंकर जलाशय परियोजना परिसर, गंगरेल में स्थापित विज्ञान वाटिका का शुभारंभ सांसद श्रीमती रूप कुमारी चौधरी के करकमलों से 08 नवम्बर 2025 को किया गया। यह पहल जिले में विज्ञान शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाने और विद्यार्थियों को प्राकृतिक परिवेश में सीखने का अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई है। विज्ञान वाटिका में विद्यार्थियों को विभिन्न वैज्ञानिक अवधारणाओं का प्रत्यक्ष अनुभव कराने के लक्ष्य से कई रोचक मॉड्यूल्स एवं सीखने योग्य गतिविधियों को शामिल किया गया है। उद्घाटन उपरांत योजना के अनुसार विज्ञान वाटिका प्रत्येक शुक्रवार को दोपहर 02:00 बजे से तथा शनिवार को प्रातः 09:00 बजे से विद्यार्थियों के लिए खोली जा रही है। निर्धारित दिनों में शालाओं के समूहों को सुव्यवस्थित तरीके से भ्रमण कराया जा रहा है, जिससे बच्चों में विज्ञान के प्रति उत्सुकता और समझ विकसित हो सके। अब तक जिले की विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं से कुल 537 छात्र-छात्राएं विज्ञान वाटिका का भ्रमण कर लाभान्वित हो चुके हैं। विद्यार्थियों ने यहां प्रदर्शित वैज्ञानिक मॉडलों, प्रयोगात्मक गतिविधियों तथा प्रकृति आधारित शिक्षण सामग्री में गहरी रुचि दिखाई है। शिक्षकों द्वारा भी इस पहल की सराहना की गई है, क्योंकि यह विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तकों से परे अनुभवात्मक ज्ञान प्रदान कर रही है। विज्ञान वाटिका के नियमित एवं व्यापक संचालन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ और प्रशासनिक कार्यवाही प्रगति पर है। जिला प्रशासन का प्रयास है कि आने वाले समय में विज्ञान वाटिका को और अधिक सुविधाओं, मॉड्यूल्स तथा नवाचारों से सुसज्जित किया जाए, ताकि यह बच्चों के लिए प्रेरणादायी ज्ञान केंद्र बन सके। यह पहल जिले में विज्ञान शिक्षा को नई दिशा देने में निश्चित रूप से मील का पत्थर सिद्ध होगी।






